जामताड़ा: कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर जामताड़ा जिला प्रशासन ने जामताड़ा जिला से सीमा से सटे सभी जिला और सीमावर्ती राज्य की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया है. बावजूद इसके चोरी छिपे साइकिल से मजदूर सीमा से प्रवेश कर जामताड़ा जिला में प्रवेश कर जा रहे हैं. जिसे लेकर जामताड़ा जिला प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है.
मामले को देखते हुए जामताड़ा जिला प्रशासन ने सीमा से सटे सभी अन्य जिलों के डीएम, एसपी और पश्चिम बंगाल के आसनसोल, वर्धमान और वीरभूम के डीएम के साथ पुलिस पदाधिकारी को पत्र लिख सीमा पर सख्ती बरतने को कहा है, ताकि सीमा से कोई जामताड़ा जिला प्रवेश न कर पाए. इसके साथ ही उपायुक्त ने जामताड़ा जिला के पुलिस पदाधिकारियों को भी सीमा पर पूरी तरह से कड़ाई बरतने और सीमा के अंदर किसी को प्रवेश नहीं करने पर पूरी तरह से रोक लगाने का आदेश दिया है.
उपायुक्त ने सीमा से लोगों के जिला में प्रवेश करने पर जामताड़ा के लिए खतरा खतरा बताया है. उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जामताड़ा जिला से सटे सीमा को सील कर दिया गया है, फिर भी देखा जा रहा है कि चोरी-छिपे साइकिल या पैदल लोग जामताड़ा सीमा में प्रवेश कर जा रहे हैं.
इसे भी पढे़ं:- ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों का दावा- सितंबर तक कोरोना वायरस की वैक्सीन हो जाएगी तैयार
उपायुक्त ने बताया कि सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल के आसनसोल और धनबाद में भी कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि हो चुकी है, ऐसे में आसनसोल और धनबाद से लोगों को जामताड़ा जिला में प्रवेश करना यहां के लोगों के लिए खतरा है. उपायुक्त ने बताया कि सीमावर्ती राज्य के वर्धमान और विरभूम जिला के डीएम एसपी को पत्र लिखा है, साथ ही सीमा से सटे अन्य जिला के सभी एसपी डीसी को पत्र लिखकर सीमा पर कड़ाई करने को कहा है.
जामताड़ा जिला के सीमा से पश्चिम बंगाल का सीमा सटा हुआ है. इसके अलावा इस जिला के सीमा पर अन्य जिला धनबाद, गिरिडीह और देवघर सीमावर्ती जिला है, जहां के सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है.