जामताड़ा: जिला में बिना हाजत के साइबर थाना चलता है. यहां हाजत की कोई व्यवस्था नहीं है. अपराधी को रात होने पर दूसरे थाने में रखा जाता है. जो सुरक्षा के दृष्टिकोण से खतरा होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
स्थानीय कानून के जानकार बताते हैं कि किसी भी थाने में महिला और पुरुष हाजत का होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि थाने में हाजत नहीं होना गैरकानूनी है. जामताड़ा साइबर अपराधी को शौच और पानी पीने के लिए बाहर ले जाना पड़ता है. आलम यह है कि साइबर थाने में साइबर अपराधियों के लिए शौच और पीने के पानी के लिए भी व्यवस्था सही रूप से नहीं है. साइबर अपराधियों को शौच लगने और पानी पीने के लिए थाने के बाहर ले जाना पड़ता है. बताया जाता है कि हर थाने में हाजत के साथ-साथ माल खाने की भी व्यवस्था रहती है.
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पुलिस साइबर अपराधियों को पकड़ने के साथ-साथ सामान भी बरामद करती है. बरामद सामान को रखने के लिए साइबर थाने में माल खाने की व्यवस्था रहती है, लेकिन बताया जाता है कि जामताड़ा साइबर थाना में माल खाना तक की व्यवस्था नहीं है.
साइबर अपराध को लेकर देशभर में चर्चित है जामताड़ा
साइबर अपराध को लेकर जामताड़ा पूरे देशभर में बदनाम हो चुका है. साइबर अपराधी बैंक अधिकारी बनकर जामताड़ा से अपना पूरा नेटवर्क पूरे देशभर में फैला रखा है. ये लोग चंद मिनटों में लोगों का अकाउंट खाली कर देते हैं.
अमिताभ बच्चन से लेकर केंद्रीय मंत्री को लगा चुके हैं चूना
साइबर अपराधी अमिताभ बच्चन, केंद्र सरकार के मंत्री, सांसद और कई वरीय पदाधिकारी तक को चूना लगा चुके हैं.
ठगी से अर्जित की अटूट संपत्ति
साइबर अपराध को अंजाम देकर इन अपराधियों ने अकूत संपत्ति अर्जित कर रखी है. कई साइबर अपराधियों की संपत्ति को लेकर जामताड़ा पुलिस ने ईडी को भी प्रस्ताव भेजा है. इस पर कई साइबर अपराधियों पर कार्रवाई भी हुई है. साइबर अपराधी लोगों को ठग कर करोड़ों की संपत्ति और आलिशान भवन बना कर बैठे हैं.
हाजत नहीं रहने से परेशानी
साइबर थाना में हाजत की व्यवस्था नहीं रहने के कारण पूर्व में पकड़े गए साइबर अपराधी को छुड़ाने का प्रयास परिजन की ओर से किया गया. इसको लेकर साइबर थाना पुलिस और साइबर अपराधियों के बीच घटना भी घट चुकी है.
साइबर थाना का अपना भवन नहीं
साइबर थाने में पुलिस हाजत की व्यवस्था नहीं होने के सवाल को लेकर जब जिला के पुलिस कप्तान से पूछा गया, तो कप्तान दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि साइबर थाना का अपना भवन नहीं है. किसी तरह साइबर थाना चलाया जा रहा है, जगह की कमी है. साइबर अपराधियों को पकड़ कर लाकर थाने में रखने में भी दिक्कत होती है. इसको लेकर प्रयास किया जा रहा है. एसपी ने बताया कि निकट भविष्य में सारी व्यवस्था कर ली जाएगी.