जामताड़ा: चक्रवाती तूफान अम्फान का प्रभाव सबसे ज्यादा जिले के किसानों पर पड़ा है. इससे फसल के नुकसान के साथ-साथ उनको आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
चक्रवाती तूफान का प्रभाव
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान अम्फान का प्रभाव जामताड़ा में भी पड़ा है. यहां तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है. खासकर किसानों पर इसका प्रभाव काफी पड़ा है. लॉकडाउन के कारण ऐसे ही लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. जो भी थोड़े लोग निकल रहे थे, इस हवा-पानी में उनका भी निकला दुर्लभ हो गया है. सब्जी बाजार में जहां सब्जी लेने के लिए काफी संख्या में लोग आते थे, लेकिन आज वहां उपस्थिति नहीं के बराबर है.
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आंधी-पानी से फसल बर्बाद
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तो लॉकडाउन से लोग परेशान हैं. ऊपर से सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को है. आंधी-पानी से उनका फसल बर्बाद हो गया है और उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि एक तरफ फसल खेत में बर्बाद हो रहे हैं और जो फसल बाजार में बेचने लाएं हैं, उसकी उचित कीमत भी नहीं मिल रही है. ग्राहक भी बाजार में नहीं आ रहे हैं. ऐसे में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
फसल नुकसान का आंकलन
मामले में जामताड़ा उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि आंधी-तूफान से किसानों की फसल को जो नुकसान हुआ है. इसके आंकलन के लिए जिला के कृषि पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. आंकलन मिलने के बाद उसे सरकार के पास भेजेंगे, लेकिन अभी तक ऐसा कोई आकलन नहीं मिला है.