जामताड़ा: चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना ने 400वां रेल इंजन निर्माण कर राष्ट्र को समर्पित कर दिया है. चिरेका रेल इंजन उत्पादन के क्षेत्र में विश्व के मानचित्र पर सर्वाधिक रेल इंजन उत्पादन कर एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है.
चिरेका के महाप्रबंधक ने हरी झंडी दिखाकर रेल इंजन को किया रवानाः चिरेका शॉप संख्या 19 में एक सादे समारोह में चिरेका के महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने मार्च महीने में सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों की टीम के साथ हरी झंडी दिखा कर रेल इंजन को रवाना किया. वित्तीय वर्ष 2022-23 में निर्मित 400वें ( 38005/डब्लूएजी 9 एचसी) रेल इंजन को राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर दिया गया है. इस अवसर पर सभी विभाग के प्रमुख, विभागीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.
25 मार्च को चिरेका ने रचा कीर्तिमानः चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना ने 25 मार्च को विद्युत् रेल इंजन उत्पादन के क्षेत्र में विश्व के मानचित्र पर सर्वाधिक रेल इंजन उत्पादन कर कीर्तिमान रच दिया है. तमाम बाधाओं के बावजूद चिरेका ने शानदार अपने समर्पित अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयास से बेहतरीन काम किया है.
जीएम ने सफलता का श्रेय कर्मियों और पदाधिकारियों को दियाः इस मौके पर चिरेका के महाप्रबंधक सतीश कुमार कश्यप ने कहा कि कर्मचारियों के सहयोग और सेवा की बदौलत चिरेका ने यह उपलब्धि हासिल की है. इस मौके पर महाप्रबंधक ने सेवानिवृत्त हो रहे चिरेका के कर्मियों और पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के परिश्रम और मेहनत की बदौलच चिरेका ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है.
एशिया का सबसे बड़ा रेल कारखाना है चिरेकाः बताते चलें कि चितरंजन रेल इंजन कारखाना एशिया का सबसे बड़ा विद्युत रेल उत्पादन करने वाला कारखाना है, जो अत्याधुनिक रेल इंजन उत्पादित का रेल का नहीं, बल्कि देश को आगे बढ़ाने में अपने अग्रणी भूमिका निभा रहा है.