जामताड़ा: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर लगे आरोप को लेकर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने टिप्पणी की है. उन्होंने मुख्यमंत्री पर पैसे और सत्ता के बल पर मामले को दबाकर रखने और रफा-दफा का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
जेएमएम नेताओं ने किया पलटवार
इस मामले में जेएमएम नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रथम वर्ष के कार्यकाल में ही दोनों नेताओं में हताशा है. इसी के तहत हेमंत सोरेन पर यह दोनों नेता अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. जेएमएम नेताओं का कहना है कि बीजेपी की ओर से एक युवती को डराया धमकाया गया है.
इसे भी पढ़ें- सांसद धीरज साहू ने कृषि कानून तुरंत वापस लेने की मांग की, बोले किसानों के लिए घातक साबित होंगे
सीएम हेमंत सोरेन को खुद करानी चाहिए मामले की जांच
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि वो खुद आरोप नहीं लगा रहे हैं. बल्कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ संगीन आरोप लगा है. जो 2013 में लिखित रूप से बांद्रा मुंबई मेट्रोपॉलिटन सिटी कोर्ट में दायर किया गया है. जिसकी मुख्यमंत्री को खुद जांच करने के लिए लिखना चाहिए और त्यागपत्र देना चाहिए. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने ऊपर लगे इस संगीन आरोप के मामले में खुद जांच कराने के लिए हिम्मत जुटानी चाहिए.
सीबीआई जांच की मांग
सीएम हेमंत सोरेन पर 2013 में एक युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था. यह मामला फिर से ताजा होने पर झारखंड की राजनीति गरमा गई है. विपक्ष और भाजपा इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस्तीफा देने दबाव बनाने की राजनीति में जुट गई है और पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही है.