जामताड़ा: संथाल परगना में आजसू पार्टी संगठन को मजबूत करने की कवायद में जुट गई है. इसको लेकर पार्टी की ओर से 19 मार्च को जामताड़ा के नारायणपुर में आदिवासियों का विराट महासम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. वहीं महासम्मेलन को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है.
संथाल परगना में अपनी पकड़ बनाना चाहता है आजसूः संथाल परगना में आजसू पार्टी संगठन को मजबूत करने और झामुमो के गढ़ में अपनी पकड़ बनाने में जुट गई है. इसको लेकर अब रणनीति तैयार की जा रही है. आजसू संथाल परगना में आदिवासियों को अपने पक्ष में एकजुट करने और झामुमो को कमजोर करने की रणनीति पर काम कर रही है. इसको लेकर बैठक, अभियान के साथ-साथ सम्मेलन आदि का आयोजन करना शुरू कर दिया है.
19 मार्च को विराट आदिवासी महासम्मेलन का होगा आयोजनः आजसू पार्टी की ओर से 19 मार्च रविवार को निजामपुरा के नारायणपुर प्रखंड में विराट आदिवासी महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. सम्मेलन की सफलता को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. सम्मेलन में काफी संख्या में आजसू पार्टी के आदिवासी कार्यकर्ता के साथ आदिवासी समाज के सभी प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है. जिसमें आदिवासी समाज के हित और उनके अधिकार को लेकर चर्चा की जाएगी और आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.
आजसू सुप्रीमो कार्यक्रम में करेंगे शिरकतः सम्मेलन में आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो भी शिरकत करेंगे. साथ ही आदिवासी महासम्मेलन में पार्टी के कई बड़े नेता भी शामिल होंगे. यह जानकारी पार्टी के केंद्रीय महासचिव तरुण गुप्ता ने दी. उन्होंने बताया कि पहली बार जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र में किसी पार्टी के द्वारा आदिवासियों के लिए, उनके सम्मान के लिए सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सम्मेलन में आदिवासियों के हितों की चर्चा की जाएगी. साथ ही आदिवासी कला और उनकी सभ्यता-संस्कृति को लेकर आदिवासियों को सम्मानित किया जाएगा. इस दौरान तरुण गुप्ता ने बताया कि संथाल परगना में आदिवासियों की स्थिति आज भी दयनीय है. शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधा आदि से उन्हें वंचित रहना पड़ रहा है. आदिवासियों को आज सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.
कहीं आदिवासी वोट बैंक में सेंधमारी की योजना तो नहींः गौरतलब हो कि संथाल परगना राजनीतिक दृष्टिकोण से झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ रहा है. संथाल परगना से ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन चुनाव लड़ते आ रहे हैं. इस क्षेत्रों में झामुमो का वोट बैंक मुख्यतः आदिवासी ही रहे हैं. भाजपा के बाद आजसू अब संथाल परगना में अपना पांव पसार रही है. अब देखना है कि झामुमो के गढ़ में आदिवासी वोट बैंक में सेंधमारी करने में आजसू कितना सफल हो पाती है.