हजारीबागः हर व्यक्ति की चाहत होती है कि काम कहीं भी करें, लेकिन जब उसकी मौत हो तो अंतिम संस्कार उसके परिजन ही करें. लेकिन लॉकडाउन के वजह से हजारीबाग इचाक प्रखंड के बड़का कला गांव के रहने वाले कमल रजक का अंतिम संस्कार उसके परिजन नहीं कर पाए. लॉकडाउन की वजह से परिजनों को अंतिम दर्शन भी व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के जरिए कराया गया. दोस्तों ने ही उसका अंतिम संस्कार गुजरात के गांधीधाम में कर दिया.
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उनके परिजन बताते हैं कि घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब होने के कारण वह गुजरात काम करने के लिए गए थे. लॉकडाउन के कारण काम नहीं मिला, लेकिन प्राण जरूर गंवाने पड़े. मृतक कमल के दोस्तों ने कई बार घरवालों को बताया कि उसकी तबीयत खराब है. जिसके बाद उसे निकट के ही अस्पताल में भर्ती भी कराया गया और इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई. कमल इकलौता घर में काम करने वाला सदस्य था उसकी पत्नी के अलावा दो पुत्र हैं, ऐसे में पूरे परिवार के ऊपर गम का पहाड़ टूट पड़ा है.