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हजारीबाग में यूपीएससी में सफल हुए सुमित किए गए सम्मानित, कहा- मेहनत का कोई विकल्प नहीं हो सकता

हजारीबाग में यूपीएससी टॉपर सुमित अग्रवाल को मारवाड़ी समाज ने सम्मानित किया. सम्मान पाने के बाद सुमित ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को कुछ टिप्स दिए.

हजारीबाग में यूपीएससी में सफल हुए सुमित किए गए सम्मानित
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Published : Apr 8, 2019, 7:04 PM IST

हजारीबागः खुद पर विश्वास हो तो मंजिल पाना मुश्किल नहीं होता. हजारीबाग के सुमित अग्रवाल ने इन पंक्तियों को सर्थक कर दिखाया है. यूपीएससी परीक्षा में 471 अंक पाने वाले सुमित अग्रवाल को हजारीबाग मारवाड़ी समाज ने सम्मानित किया. संघ लोक सेवा आयोग में सुमित अग्रवाल के बाजी मारने के बाद समाज के लोग गौरव महसूस कर रहे हैं.

हजारीबाग में यूपीएससी में सफल हुए सुमित किए गए सम्मानित

कार्यक्रम का आयोजन अग्रसेन भवन मालवीय मार्ग के सभागार में किया गया. समाज के लोगों ने कहा कि समाज के लड़के ने कड़ी मेहनत और लगन के साथ स्थान पाया है. इससे पूरे हजारीबाग समेत समाज का नाम देश में रौशन हुआ है. सुमित अग्रवाल को समाज के लोगों ने उन्हें गुलदस्ता और मोमेंटो देकर सम्मानित किया.

सुमित अग्रवाल से उनकी सफलता का राज पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जीवन में कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है. आज के युवाओं को टिप्स देते हुए कहा कि जो कई प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें रोजाना अखबार पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और अपने जीवन में ईमानदारी रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि टॉपर होना महत्वपूर्ण नहीं है बस पढ़ाई में इमानदारी जरूरी है.
पिता को दिया सफलता का श्रेय

उन्होंने अपने सफलता का श्रेय अपने स्वर्गीय पिता राजेंद्र नरनौली को दिया. उन्होंने कहा कि जब वो निजी कंपनी में नौकरी करते थे तो मन में हमेशा ख्याल आता था कुछ ऐसा करो जिससे पूरे देश और समाज का नाम रोशन हो. अब वह चाहते हैं कि उन्हें झारखंड का कैडर मिले ताकि वह झारखंड के लिए कुछ बेहतर कर सके.

ये भी पढ़ें- रामगढ़: बुर्का पहने पकड़े गए दो संदिग्ध, पुलिस कर रही पूछताछ

सुमित अग्रवाल हजारीबाग के मूल निवासी हैं. जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हजारीबाग के सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त किया. आईएससी संत कोलंबस कॉलेज से करने के बाद उच्चतर शिक्षा उन्होंने रांची बीआईटी मिश्रा से कंप्यूटर इंजीनियरिंग से किया. इसके बाद उन्होंने एमबीए किया और 3 सालों तक विभिन्न कंपनियों में सेवा भी दी.

हजारीबागः खुद पर विश्वास हो तो मंजिल पाना मुश्किल नहीं होता. हजारीबाग के सुमित अग्रवाल ने इन पंक्तियों को सर्थक कर दिखाया है. यूपीएससी परीक्षा में 471 अंक पाने वाले सुमित अग्रवाल को हजारीबाग मारवाड़ी समाज ने सम्मानित किया. संघ लोक सेवा आयोग में सुमित अग्रवाल के बाजी मारने के बाद समाज के लोग गौरव महसूस कर रहे हैं.

हजारीबाग में यूपीएससी में सफल हुए सुमित किए गए सम्मानित

कार्यक्रम का आयोजन अग्रसेन भवन मालवीय मार्ग के सभागार में किया गया. समाज के लोगों ने कहा कि समाज के लड़के ने कड़ी मेहनत और लगन के साथ स्थान पाया है. इससे पूरे हजारीबाग समेत समाज का नाम देश में रौशन हुआ है. सुमित अग्रवाल को समाज के लोगों ने उन्हें गुलदस्ता और मोमेंटो देकर सम्मानित किया.

सुमित अग्रवाल से उनकी सफलता का राज पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जीवन में कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है. आज के युवाओं को टिप्स देते हुए कहा कि जो कई प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें रोजाना अखबार पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और अपने जीवन में ईमानदारी रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि टॉपर होना महत्वपूर्ण नहीं है बस पढ़ाई में इमानदारी जरूरी है.
पिता को दिया सफलता का श्रेय

उन्होंने अपने सफलता का श्रेय अपने स्वर्गीय पिता राजेंद्र नरनौली को दिया. उन्होंने कहा कि जब वो निजी कंपनी में नौकरी करते थे तो मन में हमेशा ख्याल आता था कुछ ऐसा करो जिससे पूरे देश और समाज का नाम रोशन हो. अब वह चाहते हैं कि उन्हें झारखंड का कैडर मिले ताकि वह झारखंड के लिए कुछ बेहतर कर सके.

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सुमित अग्रवाल हजारीबाग के मूल निवासी हैं. जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हजारीबाग के सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त किया. आईएससी संत कोलंबस कॉलेज से करने के बाद उच्चतर शिक्षा उन्होंने रांची बीआईटी मिश्रा से कंप्यूटर इंजीनियरिंग से किया. इसके बाद उन्होंने एमबीए किया और 3 सालों तक विभिन्न कंपनियों में सेवा भी दी.

Intro:यूपीएससी परीक्षा में 471 अंक पाने वाले छात्र सुमित अग्रवाल को हजारीबाग मारवाड़ी समाज ने सम्मानित किया। कार्यक्रम का आयोजन अग्रसेन भवन मालवीय मार्ग के सभागार में किया गया था। संघ लोक सेवा आयोग में सुमित अग्रवाल के बाजी मारने के बाद समाज के लोग गौरव महसूस कर रहे हैं ।उनका कहना है कि समाज के लड़के ने जिस तरह से कड़ी मेहनत और लगन के साथ स्थान पाया है इससे पूरे हजारीबाग समेत समाज का नाम देश में रोशन हुआ है। इस अवसर पर समाज के लोगों ने उन्हें गुलदस्ता एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया। साथ ही साथ उनकी मां को भी समाज की ओर से सम्मानित किया गया।


Body:सुमित अग्रवाल हजारीबाग के मूल निवासी हैं ।जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हजारीबाग के सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त किया और आईएससी संत कोलंबस कॉलेज से किया ।उच्चतर शिक्षा उन्होंने रांची बीआईटी मिश्रा से कंप्यूटर इंजीनियरिंग से किया। इसके बाद उन्होंने एमबीए किया और 3 सालों तक विभिन्न कंपनियों में सेवा भी दिया।

उन्होंने बात करने के दौरान कहा कि जीवन में कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। कड़ी मेहनत के साथ-साथ मदारी होनी चाहिए तभी कोई भी छात्र या छात्रा सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने आज के युवा जो विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें टिप्स दिया कि वह रोजाना अखबार पढ़ें और अपने जीवन में ईमानदारी बरते हैं। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेज की शिक्षा महत्वपूर्ण होती है जो किसी भी छात्र की कुंजी होती है। इसलिए छात्रों को स्कूल के वक्त ध्यान से पढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि टॉपर होना महत्वपूर्ण नहीं है। लेकिन पढ़ाई में इमंदार रहना यह आवश्यक है। उन्होंने अपने सफलता का श्रेय अपने स्वर्गीय पिता राजेंद्र नरनौली को दिया है। उन्होंने कहा कि जब वो निजी कंपनी में नौकरी करते थे तो मन मैं हमेशा ख्याल आता था कुछ ऐसा करो जिससे पूरे देश और समाज का नाम रोशन हो। अब वह चाहते हैं कि उन्हें झारखंड का कैडर मिले ताकि वह झारखंड निवासियों के लिए कुछ बेहतर कर सके।

byte....सुमित अग्रवाल संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा में सफल छात्र




Conclusion:कहां जाता सुमित युवा वर्ग के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं ।जिन्होंने हजारीबाग जैसे छोटे से शहर में रहकर अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और यहां से ऊंची उड़ान लगाई और यूपीएससी जैसे परीक्षा में सफल हुए।
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