हजारीबागः खुद पर विश्वास हो तो मंजिल पाना मुश्किल नहीं होता. हजारीबाग के सुमित अग्रवाल ने इन पंक्तियों को सर्थक कर दिखाया है. यूपीएससी परीक्षा में 471 अंक पाने वाले सुमित अग्रवाल को हजारीबाग मारवाड़ी समाज ने सम्मानित किया. संघ लोक सेवा आयोग में सुमित अग्रवाल के बाजी मारने के बाद समाज के लोग गौरव महसूस कर रहे हैं.
कार्यक्रम का आयोजन अग्रसेन भवन मालवीय मार्ग के सभागार में किया गया. समाज के लोगों ने कहा कि समाज के लड़के ने कड़ी मेहनत और लगन के साथ स्थान पाया है. इससे पूरे हजारीबाग समेत समाज का नाम देश में रौशन हुआ है. सुमित अग्रवाल को समाज के लोगों ने उन्हें गुलदस्ता और मोमेंटो देकर सम्मानित किया.
सुमित अग्रवाल से उनकी सफलता का राज पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जीवन में कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है. आज के युवाओं को टिप्स देते हुए कहा कि जो कई प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें रोजाना अखबार पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और अपने जीवन में ईमानदारी रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि टॉपर होना महत्वपूर्ण नहीं है बस पढ़ाई में इमानदारी जरूरी है.
पिता को दिया सफलता का श्रेय
उन्होंने अपने सफलता का श्रेय अपने स्वर्गीय पिता राजेंद्र नरनौली को दिया. उन्होंने कहा कि जब वो निजी कंपनी में नौकरी करते थे तो मन में हमेशा ख्याल आता था कुछ ऐसा करो जिससे पूरे देश और समाज का नाम रोशन हो. अब वह चाहते हैं कि उन्हें झारखंड का कैडर मिले ताकि वह झारखंड के लिए कुछ बेहतर कर सके.
ये भी पढ़ें- रामगढ़: बुर्का पहने पकड़े गए दो संदिग्ध, पुलिस कर रही पूछताछ
सुमित अग्रवाल हजारीबाग के मूल निवासी हैं. जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हजारीबाग के सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त किया. आईएससी संत कोलंबस कॉलेज से करने के बाद उच्चतर शिक्षा उन्होंने रांची बीआईटी मिश्रा से कंप्यूटर इंजीनियरिंग से किया. इसके बाद उन्होंने एमबीए किया और 3 सालों तक विभिन्न कंपनियों में सेवा भी दी.