हजारीबागः स्थानीय पुलिस ने दो अपराधियों को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एलएनटी कंपनी के साइट इंचार्ज सत्येंद्र कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके पीछे लेवी का कारण बताया जा रहा है. दोनों अपराधी गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव गिरोह के हैं. जिसने 25 करोड़ रूपया लेवी की मांग की थी. हजारीबाग पुलिस को गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी सफलता मिली है.
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उसने धर्मवीर साहू और राकेश कुमार को गिरफ्तार किया है. दोनों अमन श्रीवास्तव गिरोह के गुर्गे हैं. दोनों ने l&t के साइट इंचार्ज सत्येंद्र कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार इन लोगों ने ₹25 करोड़ रुपए लेवी के रूप में मांगे थे. लेवी की रकम न देने के कारण उसकी हत्या कर दी गई थी.
इसकी गिरफ्तारी कटकमदाग थाना अंतर्गत कुंडलीबागी से बेस जाने वाले मार्ग में मेहंदिया गांव के नजदीक से हुई है. दोनों मोटरसाइकिल से जा रहे था और उसी वक्त पुलिस ने इन्हें धर दबोचा.
अमन श्रीवास्तव गिरोह के हैं शूटर
अमन श्रीवास्तव अपने कुख्यात शूटर धर्मवीर साहू द्वारा रांची, लातेहार, चतरा, रामगढ़ एवं हजारीबाग जिले में कार्यरत कोल व्यवसाई, कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार एवं विकास योजना के अन्य कंपनियों के मालिक को अपने विभिन्न उपनाम से रंगदारी और धमकी देना, रकम न देने पर गोली मारने जैसी घटना को अंजाम देता था.
आरोपियों से हथियार और कई मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. धर्मवीर पर हजारीबाग के विभिन्न थानों में 8 से अधिक मामले दर्ज है. वहीं हजारीबाग पुलिस अन्य जिलों से भी संपर्क में है कि उसके ऊपर कोई और मामला तो दर्ज नहीं है.
धर्मवीर साहू अलग-अलग नामों से लेवी वसूलने का काम करता थास जिसमें पाल जी उर्फ शिवाजी राव उर्फ शिवा उर्फ पवन नाम शामिल है.
हजारीबाग पुलिस का कहना है कि इसकी गिरफ्तारी से अमन श्रीवास्तव गिरोह भी कमजोर होगा तो दूसरी ओर क्षेत्र में अपराध का ग्राफ भी गिरेगा.