बरकट्ठा,हजारीबागः वैसे तो झारखंड अपने खनिज और भौगोलिक संरचना की वजह से जाना जाता है. यहां पर प्रकृति की दी हुई ऐसी कई सौगात है जो काफी रोचक और दर्शनीय है. इसी में से एक है हजारीबाग के बरकट्ठा का सूर्यकुंड. यह एशिया का सबसे बड़ा गर्म कुंड है. मकर संक्रांति के दिन से इस स्थल पर 15 दिवसीय मेले की शुरुआत होती है. 14 जनवरी को सूर्यकुंड मेला का उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और विधायक अमित कुमार यादव ने किया.
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कोरोना काल के बाद शुरू हुए इस मेले में काफी रौनक देखी जा रही है. इन 15 दिनों यानी 31 जनवरी तक चलने वाले इस मेले में देश विदेश से लाखों की संख्या में आते हैं. यह मेला झारखंड का सबसे बड़ा दूसरा मेला है. पहले स्थान पर देवघर का श्रावणी मेला आता है. मकर संक्रांति के दिन से ही सूर्यकुंड में लोगों की भीड़ उमड़ने लगती है और धीरे-धीरे यहां आने वाले लोगों की संख्या बढ़ने लगती है.
क्या है खासियतः हजारीबाग के बरकट्ठा स्थित सूर्यकुंड एशिया का सबसे गर्म कुंड है. इस परिसर में पांच कुंड मौजूद हैं, जिसमें अलग अलग पानी है और उसका तापमान भी अलग अलग रहता है. लेकिन यहां के मुख्य कुंड का तापमान 88 डिग्री रहता है. ठंड के मौसम में भी इस कुंड का प्राकृतिक और सामान्य तापमान 88 डिग्री ही रहता है. इसलिए हर साल लाखों लोग यहां आते हैं.
मकर संक्रांति के दिन केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और स्थानीय विधायक अमित यादव ने संयुक्त रुप से सूर्यकुंड मेला का उद्घाटन किया. दोनों ने लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस मेले का इंतजार लोगों को काफी दिनों से रहता है, करोना के कारण 2 वर्ष मेला नहीं लगा लेकिन इस वर्ष मेले में लोग आएं. उन्होंने कहा कि यहां का महत्व कुछ अलग है, इसलिए इसको पर्यटन क्षेत्र घोषित करने का प्रयास किया है, जिससे लोगों को रोजगार का भी अवसर प्राप्त होगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों को मिलकर सूर्यकुंड के विकास का संकल्प लेना चाहिए.
![Suryakund Mela at Barkatha in Hazaribag](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-haz-01-mantri-pkg-jhc10038_14012023204315_1401f_1673709195_22.jpg)
इस मौके पर विधायक अमित कुमार यादव ने कहा कि सूर्यकुंड के परिसर में ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं थी. हम लोगों ने मिलकर नदी के किनारे 20 फीट का कुआं का निर्माण कराकर ठंडे पानी की व्यवस्था की. पहले लोग नदी का पानी पीने को मजबूर थे लेकिन अब उनको समस्या नहीं होगी. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में हजारीबाग जिला को दो जगह एक सूर्यकुंड और दूसरा नेशनल पार्क को पर्यटन के लिए पहले प्रायरिटी में रखा है, जो सराहनीय है.