बरही, हजारीबागः बरही के रामनारायण यादव मेमोरियल (आरएनवाईएम) महाविद्यालय में प्रायोगिक कक्षा में सामाजिक विज्ञान के प्रोफेसर डॉ. गिरधारी यादव की ओर से प्रैक्टिकल में अंक बढ़ाने के नाम पर पैसे की अवैध उगाही मामले की जांच करने विनोवा भावे यूनिवर्सिटी के कुलपति मुकुल नारायण देव आरएनवाईएम महाविद्यालय पहुंचे. कुलपति ने उपस्थित प्राचार्य, शिक्षकों और विद्यार्थियों से पूछताछ की. उन्होंने उपस्थित प्राचार्य को निर्देश दिया कि आरोपी शिक्षक से अतिशीघ्र स्पष्टीकरण लेते हुए शासी निकाय (जीवी) की अति शीघ्र बैठक कर निर्णय लें और नियम संगत कार्रवाई करें. साथ ही बताया कि इस संबंध में यूनिवर्सिटी के द्वारा भी 3 दिनों के अंदर तीन सदस्यीय एक कमेटी का गठन की जाएगी जो मामले की गहन छानबीन करेगी.
स्टूडेंट्स ने की प्रोफेसर से किया अभद्र व्यवहार
महाविद्यालय से कुलपति के जाने के बाद कुछ छात्र नेता और विद्यार्थी कुलपति के नाम एक आवेदन तैयार कर उस आवेदन में विद्यार्थियों का हस्ताक्षर लेने संचालित हो रहे भूगोल प्रायोगिक परीक्षा की कक्षा में प्रवेश करना चाहा. प्रायोगिक परीक्षा के कक्षा में प्रवेश करने के दौरान शिक्षक और भूगोल प्रायोगिक परीक्षा लेने यूनिवर्सिटी से आए (एक्सटर्नल) प्रोफेसर अभय कुमार सिन्हा ने उन्हें रोका. जिस पर कुछ विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी से आए एक्सटर्नल प्रोफेसर अभय कुमार सिन्हा के साथ अभद्र व्यवहार किया. इस घटना का महाविद्यालय के सभी शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मियों ने निंदा की है.
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प्रोफेसर पर घूस लेने का आरोप
आरएनवाईएम महाविद्यालय के छात्र संघ के सदस्यों ने विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के कुलपति के नाम महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक/ शिक्षक प्रतिनिधि डॉ. संजय वर्णवाल को एक ज्ञापन सौंपा. मौके पर शिक्षक डॉ अजय रविदास भी मौजूद रहे. ज्ञापन के माध्यम से बताया कि आरएनवाई मेमोरियल कॉलेज बरही के प्राचार्य के निर्देशानुसार प्रैक्टिकल विषय के परीक्षा में प्रो. गिरधारी यादव पर घूस देने पर ही पास करने की बात कही गई.
प्राचार्य से की शिकायत
प्रत्येक विद्यार्थी से घूस के तौर पर 500 से 800 रुपये तक का रकम मांग लिया गया. जिसे कुछ विद्यार्थियों ने जमा भी किया. जिसका कुछ वीडियो हम लोग के पास सुरक्षित है. वहीं लिखा है कि असमर्थ विद्यार्थियों ने जब इसका विरोध किया तो प्रो गिरधारी यादव ने कहा कि मैं इस प्रैक्टिकल का पैसा प्राचार्य के संरक्षण में रहकर लिया हूं. अगर जमा नहीं किया जाता है तो सभी विद्यार्थियों को फेल करने की धमकी दी जाती है, विरोध कर रहे विद्यार्थियों को मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी जाती है. प्राचार्य डॉ विमल किशोर की उपस्थिति महाविद्यालय में बहुत ही कम है. जिससे महाविद्यालय की गतिविधियां सह पाठ्यक्रम सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है. एनएसएस के कार्यों के लिए महाविद्यालय में बहुत सारी योजनाएं आती हैं पर एनएसएस में प्राचार्य की ओर से भेदभाव किया जा रहा है. महाविद्यालय में एनएसएस के प्रोग्राम लीडर खुद की वाइफ को बनाकर सारे योजनाओं का लाभ खुद लिया जाता है. आवेदन में हस्ताक्षर करने वालों में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मुन्ना यादव, मनितोष यादव, पूजा कुमारी, अभिषेक कुमार, मनीष कुमार, अंजली कुमारी, सचिन यादव, विनय कुमार, रोहित कुमार, पिंटू यादव, सिंटू कुमार, राजू कुमार, रिंकू कुमार, सुभाष कुमार, छोटू कुमार, विक्रम कुमार, सोनम कुमारी, मनीषा कुमारी, काजल कुमारी, खुशबू कुमारी, मंजीत कुमार, लक्ष्मी कुमारी, ललिता कुमारी, मंटू पंडित आदि शामिल हैं.
प्राचार्य ने आरोपों को किया खारिज
विद्यार्थियों की ओर से लगाए गए आरोप को प्राचार्य डॉ विमल किशोर ने निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि उन पर लगाया जा रहा आरोप बेबुनियाद है.