हजारीबाग: जिला खनन टाॅस्क फोर्स से संबंधित बैठक सोमवार को कार्यालय कक्ष में आयोजित की गयी. बैठक के दौरान उपायुक्त की ओर से संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिला टाॅस्क फोर्स की ओर से सुनियोजित तरीके से खनन, बालू घाट, बंदोबस्ती आदि कार्यों का निष्पादन सही तरीके से हो इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
जिले में अवैध कोयला, स्टोन चिप्स और बालू खनन को रोकने हेतु विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए उपायुक्त ने जिला खनन पदाधिकारी को निर्देशित किया कि औचक रूप से सप्ताह में एक बार पूरी टीम और सुरक्षा बल के साथ छापेमारी की जाए, ताकि अवैध खनन करने वाले लोगों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके.
बैठक के दौरान उपायुक्त ने अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी को निर्देशित किया कि सभी आपसी समन्व्य स्थापित कर अवैध खनन, गाड़ियों की ओर से अवैध ढुलाई पर अंकुश लगाने के लिए टीम वर्क के रूप में कार्य करें, ताकि त्वरित और उचित धाराओं के साथ कानूनी कार्रवाई की जा सके.
उपायुक्त ने टॉस्क फोर्स खासकर खनन अधिकारी को जुर्माना वसूली के लिए विशेष सख्ती बरतने का निर्देश देते हुए, अब तक की कार्रवाई को नाकाफी बताया. उन्होंने रेलवे कोल लोडिंग साइड में भी कोयला की जांच के निर्देश दिए.
और पढ़ें- सेना की नई रणनीति से गुमराह युवाओं को रोकने में मिल रही मदद
बैठक के दौरान उपायुक्त ने टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को निर्देशित किया कि सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. ऐसे में आप सभी जब भी छापा मारने जाय तो पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल के साथ जाएं ताकि किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में आसानी से निपटाया जा सके.