हजारीबाग: जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल के रूप में चिन्हित किया है. ऐसे में यहां किसी अन्य बीमारी का इलाज नहीं हो रहा है, लेकिन अब संक्रमित या फिर संदिग्ध गर्भवती महिला का इलाज होगा. इसे लेकर विशेष इंतजाम अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन ने किया है.
डॉक्टरों को ट्रेनिंग
हजारीबाग जिला में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में जिला प्रशासन हर वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है, ताकि आम जनता को परेशानी न हो. खासकर अगर कोई गर्भवती महिला संक्रमित या फिर संदिग्ध है तो उसका इलाज समुचित रूप से हो सके. इसे लेकर तैयारी की गई है. हजारीबाग सदर अस्पताल के डॉक्टरों को इसके लिए ट्रेनिंग दी गयी है. बकायदा एक अलग से यूनिट तैयार की गई है, जिसमें संक्रमित या फिर संदिग्ध गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई जाएगी.
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चिकित्साकर्मी के लिए विशेष रूप से इंतजाम
हजारीबाग उपायुक्त ने कहा कि इस बाबत उनलोगों ने पूरी व्यवस्था कर ली है. अगर कोई महिला आती है तो उन्हें कोई समस्या नहीं होगी. वहीं, हजारीबाग सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार का कहना है कि प्रसव के समय डॉक्टर और अन्य चिकित्साकर्मी के लिए विशेष रूप से इंतजाम किया गया है. वो पीपीई किट, ग्लास, चश्मा का उपयोग करेंगे. इसके अलावा भी कई अन्य जानकारी डॉक्टरों को दी गयी है. जिला प्रशासन यह कोशिश कर रहा है कि किसी भी महिला या पुरुष को समस्या का सामना नहीं करना पड़े, लेकिन जरूरत है लाभुक को भी सही जानकारी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को देने की, ताकि उसकी परिस्थिति के अनुसार लाभ दिया जा सके.