हजारीबाग: जिले में निर्माण कार्य पूर्ण होने के महज कुछ ही महीनों में शिवाडीह-महुदी सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई. इससे राहगीरों को आने- जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि पर्यटक स्थल और हेंदेगीर रेलवे स्टेशन जाना भी मुश्किल हो गया है. उक्त सड़क में फ्लाइन्क समेत कई कार्य अभी भी अधूरे पड़े हैं. शुरुआत से ही घटिया सामग्री और अनियमितता को लेकर बार बार शिकायतें की गई थी, जो कई बार अखबारों की सुर्खियां भी बनी, बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ. इसके परिणाम स्वरूप निर्माण पूर्ण होने के 6 माह में ही सड़क जर्जर हो गई और गड्ढों में तब्दील हो गई.
विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड के शिवाडीह-महुदी पथ का निर्माण कार्य ग्रामीण विकास विभाग से बीते दिसंबर 2019 में जनसेवा कंस्ट्रक्शन द्वारा लगभग दो करोड़ की लागत से पूरा किया गया. इसमें शुरू से ही घटिया सामग्री का प्रयोग और अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों ने की थी, बावजूद कार्रवाई नहीं हुई और संवेदक अपना कार्य जैसे-तैसे पूर्ण बता दिया. संवेदक द्वारा उक्त सड़क का निर्माण कार्य अनियमित और घटिया सामग्रियों का प्रयोग कर किया, जिसके परिणाम स्वरूप सड़क जर्जर हो गई. ये सड़क बड़कागांव, केरेडारी प्रखंड के तमाम पंचायतों के सैकड़ों गांव को शिवाडीह, सोनपुरा, महुदी, पलांडू, कुंदरू, चेलंदाग, झिकझोर से होते हुए हेंदेगीर की रेलवे स्टेशन और रांची जिला अंतर्गत बुंडू प्रखंड के दर्जनों गांव से होकर राज्य की राजधानी पहुंची है.
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क्या कहते हैं ग्रामीण
इस संबंध में ग्रामीण सत बहिया निवासी बिरसा बिरहोर, खाडू बिरहोर, राजेंद्र प्रसाद और अशोक प्रजापति ने बताया कि संवेदक द्वारा शुरू से ही उक्त सड़क में घटिया सामग्री और बहुत कम मात्रा का प्रयोग किया गया. इसकी शिकायत प्रखंड प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को दी गई, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसके परिणामस्वरूप महज कुछ महीनों में ही सड़क में गड्ढे हो गए और पुल पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. वहीं, आज भी कई कार्य अधूरे हैं. इसे देखने वाला कोई नहीं. उक्त खराब सड़क के कारण एंबुलेंस तक भी आने से कतराती है. प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी वैभव कुमार सिंह को उक्त सड़क की खराब होने की सूचना मिली है, जेई से बात कर उसे ठीक करवाया जाएगा. साथ ही साथ अधूरे कार्यों को पूरा कराया जाएगा. संवेदक पर उचित कार्रवाई की जाएगी.