हजारीबाग: हजारीबाग की रामनवमी को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं. 2 साल बाद इस साल जुलूस निकलेगा. रात 10:00 बजे के बाद निकलने वाले जुलूस को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. इसको लेकर हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने कंट्रोल रूम की तैयारी का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि लगभग 250 सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन और वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिये पूरे जुलूस मार्ग पर नजर रहेगी.
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हजारीबाग की रामनवमी बेहद खास है. इसमें दशमी पर शाम के बाद जुलूस निकला जाता है, जिसमें लोग 36 घंटे तक सड़क पर रहते हैं. इस दौरान 150 से अधिक अखाड़े जुलूस में शामिल होते हैं. लोग झांकी और ताशे-बाजे के साथ नाचते गाते नजर आते हैं. हाथों में परंपरागत हथियार डंडा-लाठी से लैस राम भक्त 36 घंटे तक करतब दिखाते हैं. ऐसे में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करना भी बेहद जरूरी है.
जामा मस्जिद रोड पर जुलूस शांति के साथ संपन्न कराना चुनौती से कम नहीं होती है. इसे देखते हुए हजारीबाग पुलिस ने लगभग 250 कैमरे की मदद ली है. हजारीबाग में पहली बार ऐसा हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में कैमरे का उपयोग किया जा रहा हो. हजारीबाग एसपी का कहना है कि लगभग 200 सीसीटीवी, 15 ड्रोन और 50 हैंडीकैम कैमरे हमेशा सक्रिय रहेंगे. पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी. हम लोग किसी भी उपद्रवी को नहीं बख्शेंगे. ऐसे में हम लोग आम जनता से अपील भी कर रहे हैं कि उत्सव मनाएं, लेकिन नियम न तोड़ें.
एसपी ने बताया कि सरकार ने रात के 10:00 बजे तक जुलूस संपन्न करने का आदेश दिया है. अब एकादशी अर्थात 12 अप्रैल को रात के 10:00 बजे तक जनसैलाब सड़क पर रहेगा. जरूरत है आम जनता को भी एहतियात बरतने की और अफवाह पर ध्यान न देने की, ताकि ऐतिहासिक पर्व शांति के साथ संपन्न हो सके.