हजारीबागः महिलाओं को मुख्यधारा से जुड़ने और उनके जीवन स्तर को ऊंचा करने के लिए सरकार कई कार्यक्रम चला रही है. इसमे जेएसएलपीएस भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है. ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक संस्था से जुड़ी महिलाओं के किए गए कार्यों को जानने के लिए हजारीबाग के दारू प्रखंड पहुंची.
महिला और पुरुष दोनों समाज के अभिन्न अंग हैं. महिलाओं को प्रोत्साहित और उनके जीवन स्तर को ऊंचा करने के लिए जेएसएलपीएस अपनी अहम भूमिका निभा रही है. दारू स्थित आजीविका महिला समूह संगठन हरली स्थित केंद्र पर पहुंचकर ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने महिलाओं से उनके किए जा रहे कामों के बारे में विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने जाना कि वो कैसे आत्मनिर्भर हो रही हैं. उन्होंने महिलाओं को स्वावलंबी बनने का आह्वान किया, ताकि उनका परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध हो सके.
एक दिवसीय कार्यक्रम के दौरान हजारीबाग दारू स्थित आजीविका महिला संकुल संगठन की दीदियों ने उन्हें अपने किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी और कहा कि हमलोग अब अपना समूह बनाकर कई तरह के कार्य कर रहे हैं. जिसमें बागवानी, पशुपालन समेत कई कार्य शामिल हैं. वही पेटो स्थित केंद्र में काम करने वाली महिलाओं ने बताया कि हमलोग मड़ुआ का आटा, गेहूं का आटा, हल्दी, दाल, तुलसी, लेमनग्रास आदि की पैकिंग कर रहे हैं. इसे फिर बाजार में बेच रहे हैं. अपनी प्लास कंपनी बनाई गई है और अब इसकी मार्केटिंग भी काफी अच्छे से हो रही है. इस पर ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने खुशी जाहिर की और कहा कि महिलाओं को अगर थोड़ी और मदद की जाए तो वह बहुत अच्छा कर सकती हैं. वर्तमान में हमलोगों ने 20 लाख परिवार की महिलाओं को इससे जोड़ा है.
वहीं दूसरी ओर संकुल से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि जब ऐसे पदाधिकारी हमारे पास आते हैं तो हमारा मनोबल भी ऊंचा होता है. इसका दोहरा लाभ मिलता है. पदाधिकारियों की नजर हमारे समूह पर पड़ती है, जिससे हमारा उत्पाद बाजार में बिकता है. उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि अब इतनी बड़ी पदाधिकारी हमारे महिला समूह में आई हैं तो निसंदेह हमारे काम मे भी तेजी आएगी और समूह का विकास भी होगा.