हजारीबाग: नवरात्र के महाअष्टमी की दिन हजारीबाग में जगह-जगह कन्या पूजन और भोज का आयोजन किया गया. वहीं इस बार लीक से हटकर हजारीबाग के कालीबाड़ी पूजा समिति ने बच्चियों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की. जिसमें छोटी-छोटी बच्चियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया. पेंटिंग प्रतियोगिता का टॉपिक महिला सशक्तीकरण रखा गया था. यही नहीं पेंटिंग के जरिए समाज में बेटियों पर हो रहे जुल्म को भी दर्शाने की कोशिश की गई.
बच्चियों ने अपनी सोच पेंटिंग के जरिए कैनवास पर उकेराः इस संबंध में कालाबाड़ी पूजा समिति के सदस्य सत्यजीत अग्रवाल ने कहा कि प्रतियोगिता में शामिल छोटी-छोटी बच्चियां और बच्चों ने अपनी सोच को पेंटिंग के जरिए दर्शाने की कोशिश की. कई ऐसी बच्चियों हैं जिन्होंने एक से बढ़कर एक कोट भी लिखा है. जिसमें यह बताने की कोशिश की जा रही है कि बेटियां भी किसी से काम नहीं हैं. प्रतियोगिता के दौरान बच्चों के अभिभावक भी मौजूद थे.
बेटियों ने पेंटिंग के जरिए समाज को दिया संदेशः पेंटिंग प्रतियोगिता में शामिल 12 वर्षीय ममता कुमारी बताती हैं कि समाज में अभी भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. आये दिन कोई ना कोई घटना बेटियों के साथ होती रहती है. हजारीबाग में पिछले दिनों मानवता को शर्मसार करने वाली घटना हुई थी. जिससे हम लोग भी दुखी हैं. अपनी पेंटिंग के जरिए हम लोग समाज को संदेश देना चाहते हैं कि बेटियों को सम्मान भरी नजरों से देखें.
वहीं प्रतियोगिता में शामिल एक प्रतिभागी के अभिभावक ने कहा कि प्रतियोगिता के जरिए ही सही बच्चियां अपनी मन की बात तस्वीर में उतार रही हैं. यह तस्वीर बताती है कि बेटियों के मन में भय है. ऐसे में समाज को अब जागने की जरूरत है. वही उनका यह भी कहना है कि कुछ तस्वीर ऐसी हैं जो दिल को छू जाएंगी. जिसमें महिला को देवी के रूप में दिखाया गया है. वहीं कुछ तस्वीरें पर्यावरण से जुड़ी हुई हैं.