हजारीबाग: जिले की पहचान रामनवमी महापर्व से जुड़ी हुई है. 1925 से हजारीबाग में रामनवमी महापर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता रहा है. रामनवमी महापर्व को संपन्न कराने के लिए महासमिति का गठन होता है. जिसे लेकर चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है.
होली के बाद से ही रामनवमी की तैयारी शुरू हो जाती है. होली के बाद जो मंगलवार होता है, उस दिन से मंगला जुलूस विभिन्न अखाड़ों द्वारा निकाला जाता है. जो पूरे महीने हर मंगलवार को अलग-अलग अखाड़े द्वारा निकाला जाता है.
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पर्व को लेकर हजारीबाग में महासमिति अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिले के बड़ा अखाड़ा में पहली बैठक अखाड़ा वालों के साथ हुआ. इस दौरान कुल 12 लोगों ने अपनी दावेदारी पेश की. जिसमें 6 लोगों ने नाम वापस ले लिया. अब 6 लोगों के बीच वोटिंग शुक्रवार को होगी.
जिला प्रशासन भी रामनवमी को लेकर बैठक कर रहा है. इस बार आचार संहिता लागू है. इस कारण विशेष निगरानी में पर्व मनाया जाएगा. महासमिति के साथ जिला प्रशासन मिलकर यह त्योहार संपन्न कराती है. चुनाव की जिम्मेवारी बड़ा अखाड़ा के महंत को होती है. महंत विजया दास ने बताया कि महासमिति के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए तैयारी चल रही है.
महंत विजया दास ने बताया कि इस बार मंगला जुलूस रात के 10:00 बजे तक समाप्त कर देना है. शहर में आदर्श आचार संहिता लागू है, इसे देखते हुए पर्व मनाना है. वहीं, उन्होंने कहा कि शुक्रवार को महासमिति का गठन हो जाएगा. इसके बाद महासमिति तमाम बिंदुओं पर काम करेगी.