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पानी बचाने के लिए लोगों को किया गया जागरूक, जल ही जीवन है का दिया गया मंत्र

हजारीबाग में जल शक्ति अभियान के चलते दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसके जरिए लोगों को पानी बर्बाद नहीं करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. कार्यक्रम में उपविकास आयुक्त ने स्वयंसेवी संगठन छात्रों और पदाधिकारियों के बीच जल संरक्षण को लेकर जागरूक किया गया.

जल शक्ति अभियान
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Published : Sep 21, 2019, 9:01 AM IST

हजारीबागः इन दिनों पानी को लेकर छोटे और बड़े शहरों में संकट गहराता जा रहा है. यही वजह ह कि जल संरक्षण को लेकर सरकारी स्तर से लेकर निजी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में हजारीबाग के नगर भवन में प्रधानमंत्री के द्वारा शुरू किया गया जल शक्ति अभियान को लोगों तक पहुंचाने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ विभिन्न एनजीओ और छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.

देखें पूरी खबर


कार्यशाला के जरिए जिले की उप विकास आयुक्त ने बड़े ही गंभीरता से लोगों से जल संकट पर चर्चा की और उसे निपटने के उपाए बताए. विजया जाधव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और जल को संरक्षित नहीं कर पा रहे हैं, आने वाला दिन काफी भयावह होंगे. इसका सीधा असर मानव जीवन के साथ-साथ प्रकृति में भी देखने को मिलेगा.

ये भी पढ़ें- इतिहास का सबसे खतरनाक शासक हैं रघुवर दास: रामेश्वर उरांव


विजया जाधव ने कहा कि हजारीबाग में अभी से ही पेयजल को लेकर समस्या दिख रही है. मानसून के बाद भी जिले के कई मुख्य जल स्रोत अभी तक भरे नहीं हैं. ऐसे में आशंका है कि आने वाले समय में लोगों को पानी की किल्लत से रूबरू होना पड़े. उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए आम लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में और शहर का पानी शहर में रहे इसके लिए अब लोगों को आगे आने की आवश्यकता है. पानी खर्च कम करना होगा. इसके साथ ही घर के आस-पास पनसोखा का भी निर्माण करें ताकि पानी बर्बाद ना हो.

हजारीबागः इन दिनों पानी को लेकर छोटे और बड़े शहरों में संकट गहराता जा रहा है. यही वजह ह कि जल संरक्षण को लेकर सरकारी स्तर से लेकर निजी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में हजारीबाग के नगर भवन में प्रधानमंत्री के द्वारा शुरू किया गया जल शक्ति अभियान को लोगों तक पहुंचाने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ विभिन्न एनजीओ और छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.

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कार्यशाला के जरिए जिले की उप विकास आयुक्त ने बड़े ही गंभीरता से लोगों से जल संकट पर चर्चा की और उसे निपटने के उपाए बताए. विजया जाधव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और जल को संरक्षित नहीं कर पा रहे हैं, आने वाला दिन काफी भयावह होंगे. इसका सीधा असर मानव जीवन के साथ-साथ प्रकृति में भी देखने को मिलेगा.

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विजया जाधव ने कहा कि हजारीबाग में अभी से ही पेयजल को लेकर समस्या दिख रही है. मानसून के बाद भी जिले के कई मुख्य जल स्रोत अभी तक भरे नहीं हैं. ऐसे में आशंका है कि आने वाले समय में लोगों को पानी की किल्लत से रूबरू होना पड़े. उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए आम लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में और शहर का पानी शहर में रहे इसके लिए अब लोगों को आगे आने की आवश्यकता है. पानी खर्च कम करना होगा. इसके साथ ही घर के आस-पास पनसोखा का भी निर्माण करें ताकि पानी बर्बाद ना हो.

Intro:जल ही जीवन है इस बात को अब जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरकार विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन कर रही है और लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में हजारीबाग में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें उप विकास आयुक्त ने स्वयंसेवी संगठन छात्रों और पदाधिकारियों के बीच जल संरक्षण को लेकर कई टिप्स दिए तो वर्तमान स्थिति को देखते हुए काफी चिंतित भी नजर आई।


Body:इन दिनों जल को लेकर छोटे एवं बड़े शहरों में संकट गहराता जा रहा है ।जल संरक्षण को लेकर सरकारी स्तर से लेकर निजी स्तर पर भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ।इसी कड़ी में हजारीबाग के नगर भवन में प्रधानमंत्री के द्वारा शुरू किया गया जल शक्ति अभियान को जन जन तक पहुंचाने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।इस कार्यशाला में जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न एनजीओ और छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। कार्यशाला के माध्यम से जिले की उप विकास आयुक्त ने बड़े ही गंभीरता से लोगों को जल संकट पर चर्चा की और उसे निपटने के लिए कई टिप्स भी दिए। विजय यादव ने स्पष्ट रूप से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार से आज हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और जल को संरक्षित नहीं कर पा रहे हैं आने वाला दिन काफी भयावह होगा। इसका सीधा असर मानव जीवन के साथ-साथ प्रकृति में भी देखने को मिलेगा।

विजय जाधव ने कहा कि हजारीबाग में अभी से ही पेयजल को लेकर समस्या दिख रही है ।भरी बरसात में जिले की कई मुख्य जल स्रोत अभी तक भरे नहीं है। ऐसे में आशंका व्यक्त किया जा रहा है कि आने वाले समय में लोगों को पानी की भी किल्लत से रूबरू होना होगा ।ऐसे में आम लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि गांव का पानी गांव में ,खेत का पानी खेत में और शहर का पानी शहर में रहे इसके लिए अब हम लोगों को आगे आने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को अपने दिनचर्या में भी बदलाव करने की आवश्यकता है। ताकि पानी का खर्च कम हो और पानी हम लोग संचित कर सके ।साथ हि साथ घर के आस-पास पंनशोखा का भी निर्माण करें ताकि पानी बर्बाद ना हो।

byte.... विजया जाधव उप विकास आयुक्त हजारीबाग


Conclusion:वर्तमान समय में जरूरत है आम लोगों को जागरुक होने की ताकि इस समस्या का समाधान कर सके। नहीं तो वह दिन दूर नहीं कि हमें पानी के लिए भी सोचना पड़ेगा।
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