हजारीबागः इन दिनों पानी को लेकर छोटे और बड़े शहरों में संकट गहराता जा रहा है. यही वजह ह कि जल संरक्षण को लेकर सरकारी स्तर से लेकर निजी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में हजारीबाग के नगर भवन में प्रधानमंत्री के द्वारा शुरू किया गया जल शक्ति अभियान को लोगों तक पहुंचाने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ विभिन्न एनजीओ और छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.
कार्यशाला के जरिए जिले की उप विकास आयुक्त ने बड़े ही गंभीरता से लोगों से जल संकट पर चर्चा की और उसे निपटने के उपाए बताए. विजया जाधव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और जल को संरक्षित नहीं कर पा रहे हैं, आने वाला दिन काफी भयावह होंगे. इसका सीधा असर मानव जीवन के साथ-साथ प्रकृति में भी देखने को मिलेगा.
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विजया जाधव ने कहा कि हजारीबाग में अभी से ही पेयजल को लेकर समस्या दिख रही है. मानसून के बाद भी जिले के कई मुख्य जल स्रोत अभी तक भरे नहीं हैं. ऐसे में आशंका है कि आने वाले समय में लोगों को पानी की किल्लत से रूबरू होना पड़े. उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए आम लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में और शहर का पानी शहर में रहे इसके लिए अब लोगों को आगे आने की आवश्यकता है. पानी खर्च कम करना होगा. इसके साथ ही घर के आस-पास पनसोखा का भी निर्माण करें ताकि पानी बर्बाद ना हो.