हजारीबाग: आस्था के महापर्व छठ पर भी कोरोना संक्रमण का साया देखने को मिला. हजारीबाग के खजांची तालाब में महज 3 परिवार ही अर्घ्य देने के लिए पहुंचे. उन लोगों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया.
आस्था के महापर्व छठ की धूम इस बार हजारीबाग में देखने को नहीं मिला. चैती छठ का आयोजन भी काफी खूबसूरती के साथ हजारीबाग में होता रहा है. लेकिन इस बार महज 3 परिवार ने ही आकर खजांची तालाब में सूर्य को अर्घ्य दिया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने की कोशिश भी की गई. लेकिन अर्घ्य के दौरान बहुत कम लोग ही नजर आए. यहां तक कि मोहल्ले वालों ने भी अपनी छत से और खिड़कियों से ही सूर्य देवता को प्रणाम किया. छठव्रती महिला भी कहती हैं कि इस बार छठ करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और सामान लेने में काफी दिक्कत हुई. लेकिन सूर्य भगवान की ही महिमा है कि हम लोगों को सारा सामान मिल गया. जो छठ पर्व में लगता है.
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छठ व्रतियों ने कहा कि सूर्य भगवान से यही प्रार्थना की है कि यह महामारी जल्द से जल्द खत्म हो जाए. हजारीबाग में कोरोना वायरस प्रवेश न करे, विश्व की शांति हो. उनका कहना है कि जब हम विश्व की बात करते हैं तो अपना परिवार और अपना समाज भी इसमें जुड़ जाता है. वहीं, इस वार्ड की वार्ड पार्षद सोनी छतरी भी कहती है कि हमलोग ने छठ करने वाली महिलाओं के लिए साफ-सफाई की व्यवस्था कराई थी. क्योंकि इस बार कोरोना वायरस का असर है. ऐसे में तालाब और उसके आसपास सैनिटाइजर किया गया था. वहीं, हमलोग घाट के पास लोगों से अपील भी कर रहे हैं कि वह दूर-दूर रहकर पूजा करें.