हजारीबाग: जिले के किसान अब हाईटेक हो रहे हैं, जहां एक और लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है, तो दूसरी ओर किसान ऑनलाइन मार्केटिंग कर अपने आप को स्थापित कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ हजारीबाग के चनारो पंचायत में देखने को मिला, जहां के किसानों ने अपना उत्पाद ऑनलाइन ईनाम पोर्टल के जरिए बेच रहे है.
दरअसल ईनाम एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो किसानों के लिए बनाया गया है. यहां किसान अपना उत्पाद खुद ही बेचते हैं और पैसा भी ऑनलाइन उनके अकाउंट में आ जाता है . लॉकडाउन होने के कारण हजारीबाग में तरबूज की कीमत अच्छी नहीं मिल रही थी. ऐसे में किसान भी काफी परेशान थे. उन्हें जितना लागत तरबूज उगाने में लग रहा था वो भी वापस नहीं आता था, लेकिन अबर ईनाम पोर्ट्ल के जरिये किसानों का तरबूज भी आसानी से बिक रहा है, साथ ही मुनाफा भी दोगुना मिल रहा है. आलम यह है कि स्थानीय बाजार में जहां 5 किलो तरबूज बिक रहा था, वह 10 से 11 रु. किलो ऑनलाइन बिक रहा है. ऐसे में किसान गदगद हैं और मालामाल हो रहे हैं.
किसानों को हो रहा दोगुना फायदा
किसानों का कहना है कि हम लोग बहुत ही मेहनत से तरबूज लगाए थे और जब परिश्रम का परिणाम नहीं मिले तो बहुत ही परेशानी होती है. हमारा पूंजी भी लगा हुआ है. ऐसे में मौसम भी साथ नहीं दे रहा था, लेकिन ईनाम ने साथ दिया और हम लोगों को मालामाल कर दिया.
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वहीं कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिवराकेश कुमार सिंह ने कहा कि ईनाम अच्छा पोर्टल साबित हो रहा है, इससे जुड़ने के बाद किसानों का अच्छा व्यवसाय हो रहा है और उनका उत्पाद राज्य के कोने कोने तक पहुंच रहा है. हजारीबाग से 2 जिलों में पहुंचाया तरबूज पहंचाया गया, जहां व्यवसायियों ने 7 से 8 क्विंटल तरबूज खरिदा है. ऐसे में किसानों को भी फायदा हुआ है और खरीदार भी पौष्टिक शुद्ध और स्वादिष्ट तरबूज का आनंद ले रहे हैं.