हजारीबाग: अगर आपको देश की सतरंगी छटा देखनी हो तो इस वक्त हजारीबाग आना होगा. जहां एक ही छत के नीचे 15 राज्यों के छात्र-छात्राएं एकता का पाठ पूरे देश को पढ़ा रहे हैं. संदेश दे रहे हैं कि हम सबसे पहले भारतीय हैं और यही हमारी पहचान है. दरअसल हजारीबाग में राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन किया गया है. जहां छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए देश को संदेश दिया है.
15 राज्यों के छात्र-छात्राएं हुए शामिल
हमारा देश अनेकता में एकता के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है. एकता को परिभाषित कर रहा है हजारीबाग में आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर. जिसमें 15 अलग-अलग राज्यों से 210 छात्र-छात्राएं पहुंचे हैं. जिन्होंने एक छत के नीचे भारत की सभ्यता और संस्कृति को दिखाने की कोशिश की है. इस दौरान कई कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है. ऐसे में यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है. जिसके जरिए हर राज्य अपनी सभ्यता और संस्कृति को बताने की कोशिश करता है. कोई राज्य नाटक के जरिए तो कोई संगीत के माध्यम से तो कोई नृत्य के माध्यम से बताता है कि हमारे राज्य की खासियत क्या है और यह खासियत पूरे देश में उसे अलग पहचान देती है.
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छात्र-छात्राओं में उत्साह
ऐसे कार्यक्रम में पहुंचे छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह देखने को मिला. बिहार से आई छात्रा कहती हैं कि हम बिहार के हैं और बिहार को पूरे देश पर गर्व है, तो दूसरी ओर राजस्थान की छात्राएं भी अपनी सभ्यता और संस्कृति को भारत की शान बताती हैं. ऐसे में झारखंड जहां कार्यक्रम हो रहा है वहां की छात्राएं कहती हैं कि हम पूरे देश का स्वागत यहां कर रहे हैं यही हमारी पहचान है. ऐसे में सतरंगी छटा हजारीबाग में देखने को मिल रही है. जो पूरे देश को यह संदेश दे रहा है कि हम सभी पहले भारतीय हैं इसके बाद हमारी पहचान कुछ और है. वर्तमान समय में जो देश की स्थिति बन रही है, ऐसे में यह कैंप मील का पत्थर भी साबित हो सकता है.