हजारीबागः जिले में इन दिनों लघु भारत की तस्वीर देखने को मिल रही है, जहां 14 राज्यों के एनएसएस स्वयंसेवक अपनी सांस्कृतिक और परिधान विविधता को लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे हैं. हजारीबाग में राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन किया गया है. यह आयोजन 7 दिनों तक चलेगा. इस आयोजन में छात्र सोशल इंजीनियरिंग के साथ-साथ अपने दायित्व के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे. अपनी सभ्यता संस्कृति के बारे में दूसरे राज्य के बच्चों को बताएंगे.
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इस राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय में की गई है. पहली बार विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय एकता शिविर लगाने का मौका मिला है. ऐसे में यहां 14 राज्यों से एनएसएस के स्वयंसेवक पहुंचे हैं जहां लगभग 210 छात्र भारत की सभ्यता और संस्कृति के बारे में जानकारी हासिल करे रहे है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपसी एकता बढ़ाना है. इस बार 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' थीम के आधार पर इस कैंप का आयोजन किया गया है. जहां 7 दिनों तक एनएसएस के कैडर अपने देश की एकता के बारे में जानकारी हासिल करेंगे. जानकारी हासिल करने के बाद जब यह अपने राज्य में जाएंगे तो इसका प्रचार-प्रसार भी करेंगे. इस कैंप में 210 छात्र-छात्राएं हैं जिसमें 50% लड़के और 50% लड़कियां हैं. इस कैंप में कई तरह के कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है. जिसमें वाद-विवाद, लेखन प्रतियोगिता,सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल है.आयोजन एनएसएस के पटना क्षेत्रीय निदेशालय और विनोबा भावे ने संयुक्त रूप से किया है. एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशालय पटना के निदेशक विनय कुमार ने कहा कि इस तरह का आयोजन बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. छात्र का इस आयोजन के जरिए सर्वांगीण विकास भी होता है. वे अपने देश के बारे में जानते हैं और समझते हैं. क्योंकि छात्र ही देश का भविष्य है और हम यहां छात्रों के भविष्य को गढ़ रहे हैं. ताकि जब यह छात्र-छात्राएं विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवा देंगे तो हमारे देश का विकास हो सके.