हजारीबागः जिले में कई दिनों से यह विवाद गहराता जा रहा है कि आखिर कोरोना संक्रमित की मौत होने के बाद उसके अवशेष को कौन डिस्पोज करेगा. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्राथमिकता के साथ दिखाया था, जिसके बाद मुर्दा कल्याण समिति ने आगे आकर मदद करने का भरोसा दिलाया है.
मुर्दा कल्याण समिति ने ली शव के अवशेष को उठाने की जिम्मेदारी. कोरोना संक्रमित के शव को करेंगे डिस्पोजईटीवी भारत की खबर पर मुर्दा कल्याण समिति ने संज्ञान लिया है. मुर्दा कल्याण समिति के अध्यक्ष मोहम्मद खालिद ने विश्वास दिलाया है कि अगर जिला प्रशासन और नगर निगम मृत व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद अवशेष को डिस्पोज नहीं करेगा तो मुर्दा कल्याण समिति इस काम को बखूबी निभाएगी. उनका कहना है कि आलम यह है कि जिनके घर में मौत हो रही है, उनके परिजन भी साफ-सफाई नहीं कर रहे हैं और इसी तरह छोड़ दे रहे हैं. जिला प्रशासन और नगर निगम के पास कोई भी कर्मी नहीं है, जो साफ करें. ऐसे में सालों साल का संबंध भी तार-तार हो रहा है. समाजसेवी होने के नाते उन्होंने विश्वास दिलाया कि वह इस जिम्मेवारी को उठाने जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह उस जगह को सेनेटाइज भी करेंगे और जो खर्च होगा उसे हजारीबाग की जनता से चंदा लेकर पूरा करेंगे.
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सैकड़ों शवों का किया है अंतिम संस्कार
बता दें कि मोहम्मद खालिद ने अब तक सैकड़ों शवों का अंतिम संस्कार किया है. ऐसे में समाज में उनकी प्रतिष्ठा भी है. उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीज के शव के अंतिम संस्कार के बाद पड़े अवशेष को डिस्पोज करने का भी बीड़ा उठाया है. उनका यह कदम सराहनीय है. समाज के हर एक तबके को इनसे सीख लेने की जरूरत है.