हजारीबाग: जिले में रामनवमी पूरे धूमधाम से मनाई जाती है. हजारीबाग का रामनवमी देश भर में जाना जाता है, लेकिन इस साल रामनवमी के अवसर पर जिला प्रशासन ने स्पष्ट जुलूस पर रोक लगा दी है. इस मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है. जुलूस को लेकर सांसद जयंत सिन्हा और विधायक मनीष जायसवाल ने हजारीबाग के बड़ा अखाड़ा में विभिन्न अखाड़ों के सदस्यों के साथ बैठक की, जिसमें मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी.
रामनवमी जुलूस कोरोना के कारण नहीं निकालने का आदेश राज्य सरकार ने जारी किया है. आदेश जारी करने के बाद चर्चा का बाजार गर्म है, कि कैसे यह पर्व मनाया जाएगा. जिला प्रशासन ने विभिन्न अखाड़ों के साथ बैठक कर सरकार के आदेश का पालन करने का निर्देश दिया है. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा और विधायक मनीष जायसवाल ने रामनवमी को लेकर बड़ा अखाड़ा में बैठक की. बैठक में विभिन्न अखाड़े के सदस्यों ने हिस्सा लिया. बैठक को गोपनीय बताते हुए मीडिया को बाहर रखा गया.
मीडिया के सवालों से बचते नजर आए जयंत सिन्हा
बैठक से निकलने के बाद जयंत सिन्हा, जो हमेशा अपनी बातें रखते थे, वो इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. बैठक के बाद जयंत सिन्हा सीधा गाड़ी पर बैठे और चले गए. 2 दिन पहले ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि सरकार आदेश दे या ना दे जुलूस निकलेगा, क्योंकि हजारीबाग का रामनवमी ऐतिहासिक है. वहीं हजारीबाग के विधायक ने कहा कि इस बैठक के बारे में मीडिया को बताना जरूरी नहीं है.