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बिचौलिए धान की खरीदारी में हो रहे हावी, खेत से पहुंच रहा है सीधा रैक पर धान - हजारीबाग डीसी की खबरें

हजारीबाग में धान खरीदी में बिचौलिए हावी हो रहे हैं. इस वर्ष धान की बंपर पैदावार हुई इससे किसान काफी गदगद थे. अब धान बिक्री को लेकर वो काफी परेशान हैं. धान खरीदने को लेकर पैक्स को जिम्मेवारी सौंपी गई है. लेकिन अब तक पैक्स का चयन नहीं हो पाया है.

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बिचौलिए धान खरीदी में हावी
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Published : Nov 25, 2020, 2:35 PM IST

हजारीबागः इस वर्ष धान की बंपर पैदावार हुई है. ऐसे में किसान काफी गदगद थे. लेकिन अब उनके सामने सबसे बड़ी समस्या धान बिक्री को लेकर उबर रही है. धान खरीदने को लेकर पैक्स को जिम्मेवारी सौंपी गई है. लेकिन अब तक पैक्स का चयन नहीं हो पाया है. ऐसे में किसानों औने पौने दाम धान बेच रहे हैं. तो दूसरी और जिला प्रशासन किसानों से अपील भी कर रही है धान बेचने को लेकर हड़बड़ी ना करें. इसके बावजूद सैकड़ों गाड़ी धान के हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन के पास खड़ी नजर आ रही है. जिसे रैक के जरिए बाहर भेजने की तैयारी चल रही है.

Exculsive: धान खरीदी में बिचौलिए हो रहे हावी
प्रशासन की उदासीनताहजारीबाग जिला प्रशासन की उदासीनता इस बार धान की खरीदारी में देखने को मिल रही है. समय बीत जाने के बाद भी अब तक पैक्सों का चयन नहीं हुआ है. इसके जरिए ही धान खरीदी जाती है. विलंब होने के कारण अब किसान अपने धान बिचौलियों को बेचने को विवश नजर आ रहे हैं. धान की खरीदारी को लेकर पैक्स को लेकर अब तक कोई आदेश नहीं निकाला गया है. नतीजा किसान औने पौने दामों पर धान बेचने को विवश है. हजारीबाग जिले के विभिन्न प्रखंडों में बिचौलियों के माध्यम से धान की खरीददारी की जा रही है. सैकड़ों गाड़ी धान रैक के माध्यम से बाहर भेजने की तैयारी चल रही है. हजारीबाग रेलवे स्टेशन में खड़े गाड़ी देखी भी जा सकते हैं. ऐसे में पदाधिकारी को भी ईटीवी भारत की टीम के जरिए यह जानकारी मिली है कि सैकड़ों गाड़ी रेलवे ट्रैक के आस पास खड़े हैं ऐसे में जांच का आदेश भी निर्गत किया गया है.सहकारिता विभाग की अपील

दूसरी ओर सहकारिता पदाधिकारी ने किसानों से अपील भी किया है कि वह हड़बड़ी में गलत कदम ना उठाएं, थोड़ी समय दें. सरकार के निर्धारित मूल्य ₹20 रुपये 50 पैसा प्रति किलो के हिसाब से धान की खरीदारी करेगी. इसे लेकर पैक्स का चयन भी हो रहा है. पिछले बार जहां पैक्स की संख्या 36 थी इस बार दोगुने के आसपास संख्या होने जा रही है. हर प्रखंड में 2 पैक्स का चयन होगा. इसके लिए महत्वपूर्ण यही है कि किसान थोड़ा समय हम लोगों को दे. पदाधिकारी का यह भी कहना है कि हम लोगों ने टैक्स का चयन करके उपायुक्त को फाइल सौंप दिया है बहुत जल्द ही विभिन्न पैक्सों को धान खरीदारी करने की अनुमति दी जाएगी.

ऐसे में धान बिक्री समस्या उत्पन्न होने पर हजारीबाग कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने भी हजारीबाग उपायुक्त से मिलकर जल्द से जल्द पैक्स चयन करने का मांग किया है. ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके.

इसे भी पढ़ें- 3 दिवसीय नाइट क्रिकेट प्रतियोगिता का समापन, अंबाजीत की टीम ने खिताब पर जमाया कब्जा


धान की खरीदारी में विलंब को देखते हुए किसान अब अपने उपजे हुए धान सस्ते मूल्य पर बेच रहे हैं. कहा जा सकता है कि सरकारी उदासीनता के कारण बिचौलिए हावी हो रहे हैं. सूचना के अनुसार बिचौलिए 12 से 15 किलो प्रति किलो के हिसाब से धान खरीद रहे हैं. किसानों का जल्दबाजी में धान बेचने का कारण आर्थिक तंगी भी कहा जा रहा है. कोरोना काल के दौरान किसान के पास पैसा नहीं रहा. अब वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द धान बेचकर पैसा अर्जन कर सके. ताकि जीवन अच्छी तरह से चल सके. अब देखने वाली बात होगी जिला प्रशासन कब पैक्स का चयन करती है और कब किसानों को राहत मिल पाता है.

हजारीबागः इस वर्ष धान की बंपर पैदावार हुई है. ऐसे में किसान काफी गदगद थे. लेकिन अब उनके सामने सबसे बड़ी समस्या धान बिक्री को लेकर उबर रही है. धान खरीदने को लेकर पैक्स को जिम्मेवारी सौंपी गई है. लेकिन अब तक पैक्स का चयन नहीं हो पाया है. ऐसे में किसानों औने पौने दाम धान बेच रहे हैं. तो दूसरी और जिला प्रशासन किसानों से अपील भी कर रही है धान बेचने को लेकर हड़बड़ी ना करें. इसके बावजूद सैकड़ों गाड़ी धान के हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन के पास खड़ी नजर आ रही है. जिसे रैक के जरिए बाहर भेजने की तैयारी चल रही है.

Exculsive: धान खरीदी में बिचौलिए हो रहे हावी
प्रशासन की उदासीनताहजारीबाग जिला प्रशासन की उदासीनता इस बार धान की खरीदारी में देखने को मिल रही है. समय बीत जाने के बाद भी अब तक पैक्सों का चयन नहीं हुआ है. इसके जरिए ही धान खरीदी जाती है. विलंब होने के कारण अब किसान अपने धान बिचौलियों को बेचने को विवश नजर आ रहे हैं. धान की खरीदारी को लेकर पैक्स को लेकर अब तक कोई आदेश नहीं निकाला गया है. नतीजा किसान औने पौने दामों पर धान बेचने को विवश है. हजारीबाग जिले के विभिन्न प्रखंडों में बिचौलियों के माध्यम से धान की खरीददारी की जा रही है. सैकड़ों गाड़ी धान रैक के माध्यम से बाहर भेजने की तैयारी चल रही है. हजारीबाग रेलवे स्टेशन में खड़े गाड़ी देखी भी जा सकते हैं. ऐसे में पदाधिकारी को भी ईटीवी भारत की टीम के जरिए यह जानकारी मिली है कि सैकड़ों गाड़ी रेलवे ट्रैक के आस पास खड़े हैं ऐसे में जांच का आदेश भी निर्गत किया गया है.सहकारिता विभाग की अपील

दूसरी ओर सहकारिता पदाधिकारी ने किसानों से अपील भी किया है कि वह हड़बड़ी में गलत कदम ना उठाएं, थोड़ी समय दें. सरकार के निर्धारित मूल्य ₹20 रुपये 50 पैसा प्रति किलो के हिसाब से धान की खरीदारी करेगी. इसे लेकर पैक्स का चयन भी हो रहा है. पिछले बार जहां पैक्स की संख्या 36 थी इस बार दोगुने के आसपास संख्या होने जा रही है. हर प्रखंड में 2 पैक्स का चयन होगा. इसके लिए महत्वपूर्ण यही है कि किसान थोड़ा समय हम लोगों को दे. पदाधिकारी का यह भी कहना है कि हम लोगों ने टैक्स का चयन करके उपायुक्त को फाइल सौंप दिया है बहुत जल्द ही विभिन्न पैक्सों को धान खरीदारी करने की अनुमति दी जाएगी.

ऐसे में धान बिक्री समस्या उत्पन्न होने पर हजारीबाग कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने भी हजारीबाग उपायुक्त से मिलकर जल्द से जल्द पैक्स चयन करने का मांग किया है. ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके.

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धान की खरीदारी में विलंब को देखते हुए किसान अब अपने उपजे हुए धान सस्ते मूल्य पर बेच रहे हैं. कहा जा सकता है कि सरकारी उदासीनता के कारण बिचौलिए हावी हो रहे हैं. सूचना के अनुसार बिचौलिए 12 से 15 किलो प्रति किलो के हिसाब से धान खरीद रहे हैं. किसानों का जल्दबाजी में धान बेचने का कारण आर्थिक तंगी भी कहा जा रहा है. कोरोना काल के दौरान किसान के पास पैसा नहीं रहा. अब वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द धान बेचकर पैसा अर्जन कर सके. ताकि जीवन अच्छी तरह से चल सके. अब देखने वाली बात होगी जिला प्रशासन कब पैक्स का चयन करती है और कब किसानों को राहत मिल पाता है.

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