हजारीबागः इस वर्ष धान की बंपर पैदावार हुई है. ऐसे में किसान काफी गदगद थे. लेकिन अब उनके सामने सबसे बड़ी समस्या धान बिक्री को लेकर उबर रही है. धान खरीदने को लेकर पैक्स को जिम्मेवारी सौंपी गई है. लेकिन अब तक पैक्स का चयन नहीं हो पाया है. ऐसे में किसानों औने पौने दाम धान बेच रहे हैं. तो दूसरी और जिला प्रशासन किसानों से अपील भी कर रही है धान बेचने को लेकर हड़बड़ी ना करें. इसके बावजूद सैकड़ों गाड़ी धान के हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन के पास खड़ी नजर आ रही है. जिसे रैक के जरिए बाहर भेजने की तैयारी चल रही है.
दूसरी ओर सहकारिता पदाधिकारी ने किसानों से अपील भी किया है कि वह हड़बड़ी में गलत कदम ना उठाएं, थोड़ी समय दें. सरकार के निर्धारित मूल्य ₹20 रुपये 50 पैसा प्रति किलो के हिसाब से धान की खरीदारी करेगी. इसे लेकर पैक्स का चयन भी हो रहा है. पिछले बार जहां पैक्स की संख्या 36 थी इस बार दोगुने के आसपास संख्या होने जा रही है. हर प्रखंड में 2 पैक्स का चयन होगा. इसके लिए महत्वपूर्ण यही है कि किसान थोड़ा समय हम लोगों को दे. पदाधिकारी का यह भी कहना है कि हम लोगों ने टैक्स का चयन करके उपायुक्त को फाइल सौंप दिया है बहुत जल्द ही विभिन्न पैक्सों को धान खरीदारी करने की अनुमति दी जाएगी.
ऐसे में धान बिक्री समस्या उत्पन्न होने पर हजारीबाग कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने भी हजारीबाग उपायुक्त से मिलकर जल्द से जल्द पैक्स चयन करने का मांग किया है. ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके.
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धान की खरीदारी में विलंब को देखते हुए किसान अब अपने उपजे हुए धान सस्ते मूल्य पर बेच रहे हैं. कहा जा सकता है कि सरकारी उदासीनता के कारण बिचौलिए हावी हो रहे हैं. सूचना के अनुसार बिचौलिए 12 से 15 किलो प्रति किलो के हिसाब से धान खरीद रहे हैं. किसानों का जल्दबाजी में धान बेचने का कारण आर्थिक तंगी भी कहा जा रहा है. कोरोना काल के दौरान किसान के पास पैसा नहीं रहा. अब वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द धान बेचकर पैसा अर्जन कर सके. ताकि जीवन अच्छी तरह से चल सके. अब देखने वाली बात होगी जिला प्रशासन कब पैक्स का चयन करती है और कब किसानों को राहत मिल पाता है.