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हजारीबाग में धारा 144 भी, पुलिस संरक्षण में मंगला जुलूस भी! जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा हजारीबाग - jharkhand politics

हजारीबाग के जिस रामनवमी जुलूस को लेकर प्रदेश की सियासत सरगर्म है. मंगलवार को धारा 144 लागू होने के बाद भी वहां मंगला जुलूस निकला. खास बात यह रही कि चौक चौराहों पर पुलिस सुरक्षा इंतजाम भी किए थे. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि प्रशासन ने अपने पुराने आदेश को बदला था या नहीं

Mangla procession in Hazaribag hundreds of years old tradition
हजारीबाग में धारा 144 भी, पुलिस संरक्षण में मंगला जुलूस भी!
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Published : Mar 22, 2022, 9:21 PM IST

Updated : Mar 23, 2022, 7:49 AM IST

हजारीबाग: जिले में मंगलवार को धारा 144 धरी की धरी रह गई. कोरोना के चलते ठहरी परंपरा दो साल बाद फिर निभाई गई. राम भक्तों ने इस दिन पारंपरिक मंगला जुलूस धूमधाम से निकाला. इसमें बच्चे से बड़े तक शामिल हुए. जुलूस को लेकर प्रशासन की रोक काम नहीं आई. जबकि प्रशासन ने संगठनों को मंगला जुलूस न निकालने की हिदायत दी थी. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि प्रशासन ने अपने पुराने आदेश को बदला था कि नहीं. यहां धारा 144 के बाद भी पुलिस के संरक्षण में मंगला जुलूस निकाला गया.

ये भी पढ़ें-हजारीबाग के रामनवमी जुलूस पर घमासान, पूर्व स्पीकर सीपी सिंह बोले- कोई माय का लाल नहीं रोक सकता

दरअसल, हजारीबाग में होली के बाद पड़ने वाले पहले मंगलवार को मंगला जुलूस निकालने की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा है. इसके साथ ही यहां रामनवमी महापर्व का आगाज हो जाता है. इस साल हजारीबाग में धारा 144 लागू कर प्रशासन ने फिर मंगला जुलूस निकालने पर रोक लगा दी थी. जबकि कई राजनेताओं ने मंगला जुलूस निकालने की अनुमति सरकार से मांगी थी. इसमें भाजपा विधायक मनीष जायसवाल से लेकर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद तक शामिल थीं.

देखें पूरी खबर

इधर झारखंड सरकार ने स्पष्ट बातें नहीं कही तो श्रद्धालुओं ने मंगलवार को मंगला जुलूस निकाल दिया. इसमें बच्चों से लेकर बड़े तक शामिल हुए. इधर रोक के बाद भी मंगला जुलूस निकालने पर भक्तों ने कहा कि यह मंगला जुलूस नहीं है बल्कि शोभायात्रा है. इससे पहले कोरोना के चलते 2 वर्षों से हजारीबाग में पारंपरिक रामनवमी जुलूस नहीं निकल पा रहा था.

गूंजा जय श्रीरामः बता दें कि होली के बाद प्रत्येक मंगलवार को मंगला जुलूस निकालने की परंपरा को लेकर जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दिया था. लेकिन राम भक्तों ने प्रशासन का आदेश नहीं माना. राम भक्तों ने शोभायात्रा निकाली. इस दौरान हजारीबाग जय श्रीराम के उद्घोष से गूंजता रहा. युवक, महिला समेत सभी वर्ग के लोग इसमें शामिल हुए.

ये भी पढ़ें-हजारीबाग में नहीं निकलेगा मंगला जुलूस, दो अनुमंडल में लगाई गई धारा 144

अधिकारियों की थी नजरः मंगला जुलूस जिसे शोभायात्रा का नाम दिया गया, बड़ा अखाड़ा से निकला जो महावीर स्थान, ग्वाल टोली, झंडा चौक होते हुए बुढ़वा महादेव पहुंचा. इसके बाद पुनः इसी मार्ग से होते हुए शोभायात्रा बड़ा अखाड़ा पहुंचकर संपन्न हुई. इस दौरान हर चौक चौराहे पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए थे. वरीय पदाधिकारी शोभा यात्रा पर विशेष नजर रखे हुए थे.


हमें प्रशासन ने नहीं रोकाः रामनवमी महासमिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि जिला प्रशासन को हमने शोभायात्रा निकालने के लिए आवेदन दिया था. हम लोगों को जिला प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई है कि शोभायात्रा नहीं निकालना है. हम लोगों ने बेहद शांतिपूर्ण ढंग से बिना लाउडस्पीकर के ही शोभायात्रा निकाली, जो महावीर स्थान में पूजा अर्चना करते हुए आगे बढ़ी . उन्होंने स्पष्ट किया कि हम लोगों ने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया.

यह थी राजनीतिः बताते चलें कि मंगला एवं रामनवमी जुलूस निकालने को लेकर हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने विधानसभा में भी सवाल खड़ा किया था.उन्होने बताया था कि यह लाखों व्यक्तियों की आस्था से जुड़ा पर्व है और ऐतिहासिक भी है. इस कारण सरकार रामनवमी जुलूस निकालने की इजाजत दें. विधायक अंबा प्रसाद ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर इस बाबत मांग पत्र भी सौंपा था.

हजारीबाग: जिले में मंगलवार को धारा 144 धरी की धरी रह गई. कोरोना के चलते ठहरी परंपरा दो साल बाद फिर निभाई गई. राम भक्तों ने इस दिन पारंपरिक मंगला जुलूस धूमधाम से निकाला. इसमें बच्चे से बड़े तक शामिल हुए. जुलूस को लेकर प्रशासन की रोक काम नहीं आई. जबकि प्रशासन ने संगठनों को मंगला जुलूस न निकालने की हिदायत दी थी. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि प्रशासन ने अपने पुराने आदेश को बदला था कि नहीं. यहां धारा 144 के बाद भी पुलिस के संरक्षण में मंगला जुलूस निकाला गया.

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दरअसल, हजारीबाग में होली के बाद पड़ने वाले पहले मंगलवार को मंगला जुलूस निकालने की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा है. इसके साथ ही यहां रामनवमी महापर्व का आगाज हो जाता है. इस साल हजारीबाग में धारा 144 लागू कर प्रशासन ने फिर मंगला जुलूस निकालने पर रोक लगा दी थी. जबकि कई राजनेताओं ने मंगला जुलूस निकालने की अनुमति सरकार से मांगी थी. इसमें भाजपा विधायक मनीष जायसवाल से लेकर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद तक शामिल थीं.

देखें पूरी खबर

इधर झारखंड सरकार ने स्पष्ट बातें नहीं कही तो श्रद्धालुओं ने मंगलवार को मंगला जुलूस निकाल दिया. इसमें बच्चों से लेकर बड़े तक शामिल हुए. इधर रोक के बाद भी मंगला जुलूस निकालने पर भक्तों ने कहा कि यह मंगला जुलूस नहीं है बल्कि शोभायात्रा है. इससे पहले कोरोना के चलते 2 वर्षों से हजारीबाग में पारंपरिक रामनवमी जुलूस नहीं निकल पा रहा था.

गूंजा जय श्रीरामः बता दें कि होली के बाद प्रत्येक मंगलवार को मंगला जुलूस निकालने की परंपरा को लेकर जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दिया था. लेकिन राम भक्तों ने प्रशासन का आदेश नहीं माना. राम भक्तों ने शोभायात्रा निकाली. इस दौरान हजारीबाग जय श्रीराम के उद्घोष से गूंजता रहा. युवक, महिला समेत सभी वर्ग के लोग इसमें शामिल हुए.

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अधिकारियों की थी नजरः मंगला जुलूस जिसे शोभायात्रा का नाम दिया गया, बड़ा अखाड़ा से निकला जो महावीर स्थान, ग्वाल टोली, झंडा चौक होते हुए बुढ़वा महादेव पहुंचा. इसके बाद पुनः इसी मार्ग से होते हुए शोभायात्रा बड़ा अखाड़ा पहुंचकर संपन्न हुई. इस दौरान हर चौक चौराहे पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए थे. वरीय पदाधिकारी शोभा यात्रा पर विशेष नजर रखे हुए थे.


हमें प्रशासन ने नहीं रोकाः रामनवमी महासमिति के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि जिला प्रशासन को हमने शोभायात्रा निकालने के लिए आवेदन दिया था. हम लोगों को जिला प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई है कि शोभायात्रा नहीं निकालना है. हम लोगों ने बेहद शांतिपूर्ण ढंग से बिना लाउडस्पीकर के ही शोभायात्रा निकाली, जो महावीर स्थान में पूजा अर्चना करते हुए आगे बढ़ी . उन्होंने स्पष्ट किया कि हम लोगों ने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया.

यह थी राजनीतिः बताते चलें कि मंगला एवं रामनवमी जुलूस निकालने को लेकर हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने विधानसभा में भी सवाल खड़ा किया था.उन्होने बताया था कि यह लाखों व्यक्तियों की आस्था से जुड़ा पर्व है और ऐतिहासिक भी है. इस कारण सरकार रामनवमी जुलूस निकालने की इजाजत दें. विधायक अंबा प्रसाद ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर इस बाबत मांग पत्र भी सौंपा था.

Last Updated : Mar 23, 2022, 7:49 AM IST
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