हजारीबागः बरही में सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन के दिन से हिंसक विवाद शुरू हुआ, जो शांत होने का नाम नहीं ले रहा था. इस विवाद का असर आसपास के जिलों में भी दिखने लगा. इसी बीच 12 फरवरी को एक विशेष धर्म के पूजा स्थल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इससे विवाद और गरमा गया. स्थिति यह हुई कि जिला प्रशासन को बरही में धारा 144 लागू करना पड़ा. अब हजारीबाग पुलिस ने विवाद को फैलाने वाला मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है.
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सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन के दिन से आज तक पूरे इलाके में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है. विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद 12 फरवरी को एक विशेष समुदाय की मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इससे पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई. मूर्ति क्षतिग्रस्त करने वाला मुख्य आरोपी शफी अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी को जेल भेज दिया गया है.
हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने अपना जूर्म स्वीकार कर लिया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 2 लोगों के उकसाने पर इस घटना को अंजाम दिया गया. एसपी ने बताया कि एक धर्म के लोगों ने दूसरे धर्म के झंडे को जला दिया था. इसका बदला लेने के लिए मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद एक टीम गठित की गई, जिसने पूरे मामले की जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी को जेल भेज दिया गया है.