हजारीबाग: झारखंड में कोरोना तेजी से फैल रहा है. झारखंड पुलिस भी कोरोना की जद में आ रही है. हजारीबाग की बात की जाए तो कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन के रूप में चिन्हित किया गया है. ऐसे में फ्रंटलाइन वारियर्स की भूमिका निभा रही हजारीबाग पुलिस भी इसकी जद में आ सकती है. हजारीबाग में कोरोना की स्थिति बिगड़े इससे पहले ही पुलिस पदाधिकारी और जवानों के लिए तैयारी की जा रही है. हजारीबाग में पुलिसकर्मियों और उनके परिवार के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है. जिसमे डॉक्टर से लेकर ऑक्सीजन बेड तक की सुविधा होगी.
झारखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. शायद ही ऐसा कोई कार्यालय हो जहां कोरोना संक्रमित ना हों. राजधानी रांची में कोरोना की चपेट में पुलिस पदाधिकारी और कर्मी भी आएं हैं. ऐसे में अब हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने अपने पदाधिकारी और जवानों के लिए व्यवस्था की है. पुलिस फ्रंटलाइन वारियर्स के रूप में काम कर रहे हैं ऐसे में अगर हजारीबाग पुलिस के जवान या अधिकारी कोरोना संक्रमित होते हैं तो उन्हें उचित स्वास्थ्य लाभ दिलाया जा सके इसकी तैयारी कर ली गई है. यहां एक आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है. उस आइसोलेशन सेंटर में अगर किसी को ऑक्सीजन की जरूरत पड़े तो इसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं. इस भवन में पुलिस और उनके परिजनों के लिए यह व्यवस्था की गई है.
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हजारीबाग एसपी का कहना है कि पुलिस फ्रंटलाइन वारियर्स के रूप में काम करते हैं. पुलिसकर्मी सबसे अधिक आम जनता के कांटेक्ट में रहते हैं. चाहे वह थाना हो या फिर ट्रैफिक. ऐसे में अगर कोई भी पुलिसकर्मी संक्रमित हो जाए तो उसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं ताकि पुलिसकर्मी और उनका परिवार परेशान ना हों. इस आइसोलेशन सेंटर में 50 बैड तैयार किए गए हैं. इसमें हजारीबाग सिविल सर्जन से भी एक डॉक्टर प्रतिनियुक्त करने के लिए कहा गया है. विधि व्यवस्था के साथ-साथ कोरोना के प्रोटोकॉल को सुनिश्चित करा रही हजारीबाग पुलिस ने व्यवस्था को बनाए रखने के लिए स्टैंडबाई अरेंजमेंट कर रखा है. संक्रमित जवानों को घर पर आइसोलेट ना करा कर अलग से उनके लिए व्यवस्था कि है.