हजारीबागः झारखंड में अवैध उत्खनन हमेशा सुर्खियों में रही है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी जिले के डीसी और एसपी को 1 जून से 15 जून तक स्पेशल अभियान चलाकर अवैध माइनिंग करने वालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. मुख्यमंत्री ने धनबाद, हजारीबाग, पाकुड़, चाईबासा, लातेहार, रांची आदि पत्थर माइनिंग वाले जिलों में अधिकारियों को विशेष हिदायत दी थी. हिदायत देने के बाद हजारीबाग में विशेष रूप से अवैध माइनिंग पर नकेल कसने की भरपूर कोशिश की गई है. पिछले 1 सप्ताह में 40 से ज्यादा अवैध लदे कोयले और बालू की गाड़ियां जब्त की गई है. यही नहीं एक दर्जन से अधिक लोग गिरफ्तार भी हुए हैं.
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने पिछले दौरे के दौरान हजारीबाग में खुलकर कोयला चोरी की बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि हजारीबाग समेत पूरे राज्य भर में धड़ल्ले से कोयला चोरी हो रही है और सरकार मौन है. उन्होंने पूरे सिस्टम पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया था. यही नहीं हजारीबाग में भी उन्होंने कहा था कि यहां भी कोयला चोरी जमकर हो रही है. रात रात भर चोरी किए हुए कोयले लादकर ट्रक दौड़ रहे हैं. एक ओर राज्य में कोयला की कमी हो रही है तो दूसरी ओर सरकार कोयला चोरी करवा रही है. यह अब बर्दाश्त के बाहर हो गई है.
झारखंड सरकार के आदेश निर्गत करने के बाद हजारीबाग में विशेष रूप से अभियान चलाया जा रहा है. टास्क फोर्स का गठन कर अवैध माइनिंग के क्षेत्रों में कार्रवाई भी की गई है. पिछले 1 सप्ताह में 5 से 6 अवैध क्रशर ध्वस्त किए गए हैं. वहीं पुलिस ने इस गोरखधंधे में संलिप्त लोगों को धर दबोचा है. साथ ही साथ भारी मात्रा में सामान भी बरामद किए गए हैं. हजारीबाग एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि हम लोगों ने सभी थाने के थाना प्रभारी को आदेश दिया है कि वह अपने क्षेत्रों में विशेष रुप से ध्यान रखें. अवैध माइनिंग करते हुए अगर कोई पकड़े जाते हैं तो उन पर कार्रवाई करें.
जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अवैध माइनिंग हजारीबाग में नहीं चलेगी. इस बाबत स्पेशल टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है और आए दिन कार्रवाई भी की जा रही है. लेकिन जिस तरह से पिछले दिनों लोगों की गिरफ्तारी और गाड़ी बरामद किए गए हैं, इसलिए स्पष्ट होता है कि अवैध माइनिंग का गोरखधंधा जिले में बदस्तूर जारी है.