हजारीबागः झारखंड शीतलहरी की चपेट में है. हजारीबाग सहित पूरे राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस कड़ाके की ठंड के बावजूद हजारीबाग समाहरणालय भवन के समक्ष होमगार्ड अभ्यर्थी पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन पर डटे हैं. आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक आंदोलन पर डटे रहेंगे.
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शीतलहर की वजह से जिले में रात का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच जा रहा है. बढ़ते ठंड में आमलोग अपने-अपने घरों में कैद हैं. स्थिति यह है कि शाम 7 बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है. लेकिन आंदोलनकारी अभ्यर्थी धरना स्थल पर टेंट लगाकर बैठे हैं और ठंड से बचाव को लेकर अलाव की व्यवस्था की है. इसके बावजूद जिला प्रशासन इनकी सुध नहीं ले रहा है.
अलाव के सहारे ठंड से बचाव
होमगार्ड अभ्यर्थी कड़ाके की ठंड में रातभर अलाव जलाकर धरना पर बैठे हैं और विरोध दर्ज करा रहे हैं. अभ्यर्थियों ने कहा कि उनका सेलेक्शन हो गया है और सिर्फ नियुक्ति पत्र देना है. सिर्फ नियुक्ति पत्र बांटने की मांग है. लेकिन प्रशासन हमारी मांग को सुनने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि उपायुक्त ने अभ्यर्थी बहाली की पूरी प्रक्रिया को ही रद्द कर जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने कहा कि 12 सौ से अधिक अभ्यर्थियों का चयन होमगार्ड के लिए किया गया. इसकी सूची भी प्रकाशित की गई. लेकिन नियुक्ति पत्र नहीं मिला, जिससे दो वर्षों से बहाली रूकी हुई है.
प्रशासनिक कार्रवाई से संतुष्ट नहीं अभ्यर्थी
उपायुक्त ने पिछले दिनों होमगार्ड बहाली में अनियमितता की बात कहकर प्रक्रिया को रद्द कर दिया. इसके साथ ही लोहसिंहना थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई. एसपी इस मामले की जांच कर रहे हैं. हालांकि, प्रशासन की कार्रवाई से अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं हैं. अभ्यर्थियों ने कहा कि दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाए. लेकिन इसमें अभ्यर्थी कहां दोषी है. उन्होंने कहा कि जब तक हमलोगों को नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाएगा, तब तक आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे. अभ्यर्थियों के समर्थन में पहुंचे समाजसेवी मुन्ना सिंह कहते हैं कि अभ्यर्थियों की मांग जायज है, जिसपर प्रशासन को विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड में अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं और प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है.