हजारीबाग: जिले के मेडिकल कॉलेज की हड़ताल 40 घंटे के बाद समाप्त हो गया. हजारीबाग के रहने वाले रंजन चौधरी ने ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को इसकी जानकारी दी. सरकार ने ट्वीटर के जरिए शिकायत मिलने पर सुपरिटेंडेंट को इस समस्या का निदान करने का निर्देश दिया. जिस पर कार्रवाई करते हुए हड़ताल समाप्त किया गया.
ट्विटर से मिली जानकारी
झारखंड सरकार ट्विटर के माध्यम से अब समस्या का निदान करने की कोशिश कर रही है. ट्विटर के जरिए अगर कोई व्यक्ति शिकायत करता है तो उसकी समस्या का समाधान भी हो रहा है. ऐसा ही कुछ नजारा हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में देखने को मिला. जब हजारीबाग के रहने वाले रंजन चौधरी ने ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को जानकारी दी कि हजारीबाग में स्वास्थ्य सेवा हड़ताल के कारण चरमराती जा रही है, मरीज काफी परेशान हैं.
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शिकायतकर्ता ने दिया सरकार को धन्यवाद
ऐसे में सरकार ने उस पर कार्रवाई करते हुए रिट्वीट किया और लिखा के मामले में सुपरिटेंडेंट से बात कर जानकारी प्राप्त की गई है. इसके साथ ही जल्द से जल्द राशि निर्गत करने का निर्देश दिया गया है. भविष्य में कर्मचारियों को कोई असुविधा ना हो इसके लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से हड़ताल कर्मियों से बातचीत की गई और उन्हें विश्वास दिलाया गया कि बकाया मानदेय नहीं मिला है वह जल्द से जल्द दिया जाएगा. जैसे ही फंड आती है भुगतान भी किया जाएगा. हड़ताल समाप्त होने के बाद शिकायतकर्ता ने सरकार को धन्यवाद दिया है.
हड़तालकर्मी वापस काम पर लौटे
मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट के लाल ने भी इसकी जानकारी दी कि हड़ताल समाप्त हो गया है और हड़तालकर्मी वापस अपने काम पर लौट आए हैं. बता दें कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कर्मी अपने बकाया मानदेय को लेकर हड़ताल पर थे. उन्होंने ऐलान किया था कि जब तक मानदेय का भुगतान नहीं होगा हड़ताल समाप्त नहीं होगा.