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कोरोना के खिलाफ जंग में हजारीबाग को मिला 'हथियार', अब नहीं होगी RTPCR रिपोर्ट में देरी

हजारीबाग को आरटीपीसीआर मोबाइल टेस्टिंग वैन (RTPCR Mobile Testing Van) मिली है. अब लोगों को 6 घंटे से लेकर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मिल जाएगी.

Hazaribag got mobile testing van
हजारीबाग को मिली मोबाइल टेस्टिंग वैन, अब नहीं होगी आरटीपीसीआर रिपोर्ट में देरी
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Published : Jul 20, 2021, 4:46 PM IST

हजारीबाग: हजारीबाग मोबाइल टेस्टिंग लैब वाला पांचवा जिला बन गया है. इसके जरिए अब गांव में ही टेस्ट किया जाएगा और 6 घंटे से लेकर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मिल जाएगी. कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर पूरे झारखंड में व्यापक तैयारी की जा रही है.


इसे भी पढ़ें- झारखंड में जल्द लगेगा जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन, हर जिला में RT-PCR टेस्ट की होगी सुविधा

हजारीबाग में कोरोना संक्रमण के बचाव को लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है. जिले को मोबाइल टेस्टिंग लैब सरकार की ओर से उपलब्ध कराया गया है, जो अब प्रखंड स्तर पर जाकर टेस्ट करेगी. खास बात ये है कि जो भी टेस्ट कराएंगे उनको 6 से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट भी दे दिया जाएगा. पिछले दिनों ज्यादा टेस्ट होने से रिपोर्ट आने में काफी देरी हो रही थी. चिकित्सा सुविधा देने में भी परेशानी हो रही थी. अब ये परेशानी खत्म हो जाएगी और मरीजों को लाभ मिलेगा. इसके साथ ही डॉक्टरों को भी राहत मिल जाएगी.

लैब की खासियत
ये लैब पीपीपी मोड में संचालित है, हालांकि टेस्ट करवाने वाले मरीज को पैसे नहीं देने होंगे. सरकार इसके लिए कंपनी को पैसे देगी. रन एंड जेआईटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड इसका संचालन कर रहा है. लैब एक एसी बस में संचालित है. इस बस में तीन पावरफुल पेस्टिंग मशीन लगी हुई है. लैब के संचालन इंचार्ज बताते हैं कि वे लोग 1000 से 1200 आसपास टेस्ट प्रतिदिन कर पाएंगे. न्यूनतम 6 घंटे से लेकर 24 घंटे के भीतर सैंपल टेस्ट करके रिपोर्ट दी जाएगी. मोबाइल टेस्ट लैब में 10 कर्मी हमेशा रहेंगे.

देखें पूरी खबर

क्या कहते हैं सिविल सर्जन
वहीं, हजारीबाग सदर अस्पताल के सिविल सर्जन (Civil Surgeon of Hazaribagh Sadar Hospital) के आदेश के मुताबिक इसका उपयोग होगा. उन्होंने बताया कि वे लोग इस बस को हर प्रखंड में भेजेंगे. इसकी शुरुआत बड़कागांव से होने जा रही है. सैंपल कलेक्शन लोगों की टीम के जरिए पहले की तरह किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह लैब बेहद महत्वपूर्ण है. पहले उन्हें समस्या आ रही थी कि वे लोग जल्द से जल्द रिपोर्ट कैसे दें, लेकिन अब गांव के लोगों की रिपोर्ट आने में देर नहीं लगेगी.


इसे भी पढ़ें- कोरोना से निपटने के लिए झारखंड के इन 14 जिलों में खुलेंगे RT-PCR लैब, 'मिशन कर्तव्य' की होगी शुरुआत


JITM के जरिए शुभारंभ
स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण विभाग की ओर से राज्य में कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ाने के उद्देश्य से मोबाइल RTPCR टेस्टिंग लैबोरेट्री जांच के लिए झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति और jitm स्किल प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से इसका शुभारंभ किया गया है. आईसीएमआर(ICMR) के मानक की ओर से समर्थन भी प्राप्त किया है.

हजारीबाग: हजारीबाग मोबाइल टेस्टिंग लैब वाला पांचवा जिला बन गया है. इसके जरिए अब गांव में ही टेस्ट किया जाएगा और 6 घंटे से लेकर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मिल जाएगी. कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर पूरे झारखंड में व्यापक तैयारी की जा रही है.


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हजारीबाग में कोरोना संक्रमण के बचाव को लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है. जिले को मोबाइल टेस्टिंग लैब सरकार की ओर से उपलब्ध कराया गया है, जो अब प्रखंड स्तर पर जाकर टेस्ट करेगी. खास बात ये है कि जो भी टेस्ट कराएंगे उनको 6 से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट भी दे दिया जाएगा. पिछले दिनों ज्यादा टेस्ट होने से रिपोर्ट आने में काफी देरी हो रही थी. चिकित्सा सुविधा देने में भी परेशानी हो रही थी. अब ये परेशानी खत्म हो जाएगी और मरीजों को लाभ मिलेगा. इसके साथ ही डॉक्टरों को भी राहत मिल जाएगी.

लैब की खासियत
ये लैब पीपीपी मोड में संचालित है, हालांकि टेस्ट करवाने वाले मरीज को पैसे नहीं देने होंगे. सरकार इसके लिए कंपनी को पैसे देगी. रन एंड जेआईटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड इसका संचालन कर रहा है. लैब एक एसी बस में संचालित है. इस बस में तीन पावरफुल पेस्टिंग मशीन लगी हुई है. लैब के संचालन इंचार्ज बताते हैं कि वे लोग 1000 से 1200 आसपास टेस्ट प्रतिदिन कर पाएंगे. न्यूनतम 6 घंटे से लेकर 24 घंटे के भीतर सैंपल टेस्ट करके रिपोर्ट दी जाएगी. मोबाइल टेस्ट लैब में 10 कर्मी हमेशा रहेंगे.

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क्या कहते हैं सिविल सर्जन
वहीं, हजारीबाग सदर अस्पताल के सिविल सर्जन (Civil Surgeon of Hazaribagh Sadar Hospital) के आदेश के मुताबिक इसका उपयोग होगा. उन्होंने बताया कि वे लोग इस बस को हर प्रखंड में भेजेंगे. इसकी शुरुआत बड़कागांव से होने जा रही है. सैंपल कलेक्शन लोगों की टीम के जरिए पहले की तरह किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह लैब बेहद महत्वपूर्ण है. पहले उन्हें समस्या आ रही थी कि वे लोग जल्द से जल्द रिपोर्ट कैसे दें, लेकिन अब गांव के लोगों की रिपोर्ट आने में देर नहीं लगेगी.


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JITM के जरिए शुभारंभ
स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण विभाग की ओर से राज्य में कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ाने के उद्देश्य से मोबाइल RTPCR टेस्टिंग लैबोरेट्री जांच के लिए झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन समिति और jitm स्किल प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से इसका शुभारंभ किया गया है. आईसीएमआर(ICMR) के मानक की ओर से समर्थन भी प्राप्त किया है.

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