हजारीबागः देश के पूर्व वित्त एवं विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा गुरुवार को हजारीबाग पहुंचे. यहां उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में जेपी की आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की.
आज के ही दिन 9 नवंबर 1942 को जयप्रकाश नारायण अंग्रेजों को खुली चुनौती दी थी. जेपी के साथ रामानंदन मिश्र, सूरज नारायण सिंह, योगेंद्र शुक्ल, गुलाबी सोनार और शालीग्राम सिंह ने जेल से पलायन कर अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिलाकर रख दी थी. उनके बलिदान और राष्ट्र सेवा को याद करते हुए यशवंत सिन्हा समेत हजारीबाग के कई गणमान्य लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित की है.
इस अवसर पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि जयप्रकाश नारायण का देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान है. खासकर हजारीबाग वासियों के लिए यह गर्व की बात है कि यहां की धरती से उन्होंने अंग्रेजों को खुली चुनौती दी थी. ऐसे में हर एक हजारीबाग वासियों का कर्तव्य है कि उन्हें नमन करें. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के इतिहास में आज का दिन अभूतपूर्व है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अदम्य साहस का परिचय दिया था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पांच राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि इसका असर लोकसभा चुनाव पर अवश्य दिखेगा, ये चुनाव परिणाम आम जनमानस को प्रभावित करेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब देश के वोटर दो तरह से वोट करते हैं. विधानसभा का वोटिंग करने का रुख कुछ और होता है और लोकसभा में वोटर कुछ और सोच कर वोट करते हैं.
इन दिनों ये भी चर्चा है कि यशवंत सिंह निर्दलीय चुनावी लड़ सकते हैं. इस पर उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल में नहीं हैं और चुनाव लड़ने की इच्छा भी नहीं है. उन्होंने कहा कि हजारीबाग अफवाहों का शहर है, जहां हीटर से गर्मी नहीं बल्कि अफवाह से गर्मी बढ़ती है. इंडिया और एनडीए इन दोनों में कौन आज के समय में सशक्त दिख रहा है. इस पर उन्होंने कहा कि कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूं. लोकसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि देश में चुनाव हरदम होते रहते हैं जो चुनाव लड़ रहा है वहीं अब इस चुनाव के बारे में सोच सकता है.