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हजारीबाग में कोरोना वायरस से पहली मौत, 47 साल के प्रवासी ने तोड़ा दम

हजारीबाग जिले में एक दिन पूर्व हुई संदिग्ध कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद आई जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही जिले में अब तक पहली बार किसी कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है.

First death due to corona virus in Hazaribag
हजारीबाग में कोरोना वायरस से पहली मौत
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Published : Jun 19, 2020, 1:38 AM IST

हजारीबाग: जिले में कोरोना संक्रमित मरीज की पहली मौत की पुष्टि हुई है. संक्रमित व्यक्ति की मौत बुधवार को हुई थी और इसके बाद उसका शव पोस्टमार्टम हाउस में संरक्षित कर दिया गया था. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इचाक प्रखंड के मंगूरा गांव निवासी 47 वर्षीय मरीज की मौत बुधवार को हो गई थी. आज रिम्स से उसका रिजल्ट पॉजिटिव आया है.

जिले में यह कोरोना संक्रमित मरीज की पहली मौत हुई है. कल ही शव सुरक्षित रखने के लिए मुर्दा घर में बनाए गए डीप फ्रीजर में रखा गया था. ट्रूनेट मशीन से जांच के बाद रिपोर्ट कंफर्म करने के लिए बुधवार को सैंपल रिम्स से भेजा गया था. रिम्स ने आज रिपोर्ट कंफर्म भेजी है. अनलॉक वन के दौरान व्यक्ति 14 जून को मुंबई से वापस इचाक लौटा था.

ये भी पढ़ें: रास चुनाव के 'नंबर गेम' में बीजेपी-जेएमएम कम्फर्टेबल, निर्दलीय और आजसू विधायकों पर नजर

इसके बाद 15 जून को उसकी तबीयत खराब होने पर घरवाले उसे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज लाए थे. व्यक्ति को पहले से ही दमा और डायबिटीज की बीमारी थी. व्यक्ति की जांच करने के बाद डॉक्टरों ने उसके लक्षण के आधार पर उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने का निर्देश दिया था. 16 जून मंगलवार को उसका स्वाब सैंपल ट्रूनेट मशीन से लिया गया था.

व्यक्ति के दो बेटे भी आइसोलेशन वार्ड में हैं, जिसमें एक बेटे की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इस कारण रिपोर्ट कंफर्म करने के लिए फिर से स्वाब सैंपल रिम्स भेजा गया है. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज सुपरिटेंडेंट ने बताया कि शव का अंतिम संस्कार हजारीबाग मुक्तिधाम में करने की व्यवस्था की जा रही है. इसका शव पोस्टमार्टम हाउस मे रखा गया. उस क्षेत्र को सेनेटाइज भी किया जाएगा.

हजारीबाग: जिले में कोरोना संक्रमित मरीज की पहली मौत की पुष्टि हुई है. संक्रमित व्यक्ति की मौत बुधवार को हुई थी और इसके बाद उसका शव पोस्टमार्टम हाउस में संरक्षित कर दिया गया था. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इचाक प्रखंड के मंगूरा गांव निवासी 47 वर्षीय मरीज की मौत बुधवार को हो गई थी. आज रिम्स से उसका रिजल्ट पॉजिटिव आया है.

जिले में यह कोरोना संक्रमित मरीज की पहली मौत हुई है. कल ही शव सुरक्षित रखने के लिए मुर्दा घर में बनाए गए डीप फ्रीजर में रखा गया था. ट्रूनेट मशीन से जांच के बाद रिपोर्ट कंफर्म करने के लिए बुधवार को सैंपल रिम्स से भेजा गया था. रिम्स ने आज रिपोर्ट कंफर्म भेजी है. अनलॉक वन के दौरान व्यक्ति 14 जून को मुंबई से वापस इचाक लौटा था.

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इसके बाद 15 जून को उसकी तबीयत खराब होने पर घरवाले उसे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज लाए थे. व्यक्ति को पहले से ही दमा और डायबिटीज की बीमारी थी. व्यक्ति की जांच करने के बाद डॉक्टरों ने उसके लक्षण के आधार पर उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने का निर्देश दिया था. 16 जून मंगलवार को उसका स्वाब सैंपल ट्रूनेट मशीन से लिया गया था.

व्यक्ति के दो बेटे भी आइसोलेशन वार्ड में हैं, जिसमें एक बेटे की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इस कारण रिपोर्ट कंफर्म करने के लिए फिर से स्वाब सैंपल रिम्स भेजा गया है. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज सुपरिटेंडेंट ने बताया कि शव का अंतिम संस्कार हजारीबाग मुक्तिधाम में करने की व्यवस्था की जा रही है. इसका शव पोस्टमार्टम हाउस मे रखा गया. उस क्षेत्र को सेनेटाइज भी किया जाएगा.

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