हजारीबागः हजारीबाग के बड़कागांव के बीडीओ राकेश कुमार और उनकी पत्नी पर नाबालिग नौकरानी को मारने-पीटने और प्रताड़ित का आरोप लगा था. इस मामले को लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है. इसे लेकर सदर थाना में एफआईआर दर्ज कर पीड़ित नाबालिग बच्ची का बयान पुलिस ने दर्ज कर लिया है. इस पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
नाबालिग के परिवार की सहमति से एफआईआर दर्ज
जानकारी के अनुसार, एसडीपीओ कमल किशोर ने नाबालिग बच्ची का फर्द बयान दर्ज किया है. इस दौरान नाबालिग के परिवार ने एफआईआर करने की सहमति भी जताई है. बयान दर्ज करने के बाद एसडीपीओ कमल किशोर ने बताया कि उस बच्ची ने अपने बयान में कहा है कि उसके साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी की पत्नी मारपीट के साथ-साथ प्रताड़ित भी करती थी. उसे आयरन से भी जला दिया था.
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नाबालिग को नौकरानी बनाना भी कानून के खिलाफ
उन्होंने बताया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार भी उसके साथ मारपीट करते थे. बयान दर्ज होने के बाद पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले को लेकर अब जांच की जाएगी. जांच में जो भी आएगा उसके बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बच्ची को नौकरानी के रूप में घर में रखना भी कानूनन अपराध है. एसडीपीओ कमल किशोर ने कहा कि इन दो से तीन बिंदुओं पर जांच करना बाकी है. जांच रिपोर्ट के बाद ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, दूसरी ओर हजारीबाग के उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने भी जांच के लिए कमेटी का गठन किया है. जांच कमेटी भी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
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घायल पीड़िता के इलाज के दौरान खुली बात
गौरतलब है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी और उनकी पत्नी दोनों पर नाबालिक बच्ची ने आरोप लगाया है कि उसके साथ अक्सर वह मारपीट किया करते थे. आलम यह हुआ कि उसके बदन को भी आयरन से जला दिया गया इस दौरान उसे भूखा रखा भी जाता था इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब घायल पीड़िता सदर अस्पताल इलाज कराने के लिए पहुंची थी