हजारीबाग: जिला प्रशासन ने आंगनबाड़ी केंद्रों में नियम को ताक पर रखकर बड़कागांव, केरेडारी और डाडी प्रखंड में बच्चों के पौस्टिक आहार में गड़बड़ी को लेकर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. बड़कागांव केरेडारी और डाड़ी प्रखंड के 330 आंगनबाड़ी केंद्रों में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट, (डीएमएफटी) के माध्यम से बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में चक्की गुड़ पट्टी, चवनप्राश और टेट्रा पैक ताजा मिल्क की निविदा के माध्यम से चयनित आपूर्तिकर्ता एम के इंटरप्राइजेज पर निर्धारित शर्तों के विपरीत वास्तविक आपूर्ति से अधिक का बिल जमा करने और भुगतान प्राप्त करने और तय ब्रांड के स्थान पर दूसरे ब्रांड की सामग्री आपूर्ति करने जैसी अनियमितता के आरोप में आपूर्तिकर्ता एम के इंटरप्राइजेज कोर्रा हजारीबाग को ब्लैक लिस्ट कर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्णय जिला फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से लिया गया है.
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हजारीबाग के उपायुक्त सह अध्यक्ष डीएमएफटी डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने आदेश जारी कर बड़कागांव केरेडारी और दाढ़ी प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के पौष्टिक आहार में अनियमितता के आरोप में यह कदम उठाया है. डीएमएफटी के कोषाध्यक्ष सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी को संबंधित फार्म के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने शेष राशि जब्त करने, आपूर्ति आदेश निरस्त करने और सरकारी राशि गबन के आरोप में अगले 3 वर्षों तक काली सूची में डालने का निर्देश दिए हैं. बताते चलें कि डीएमएफटी फंड से आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पौष्टिक आहार देने की कवायद शुरू की गई थी, ताकि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी मिल सके.