ETV Bharat / state

मानसून ने दिया दगा! बारिश नहीं होने से किसान परेशान, धूप में बर्बाद हुआ बिचड़ा - low rain in Monsoon

हजारीबाग में बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं. 20 दिनों से वर्षा ना होने के कारण किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गयी है. इतना ही नहीं कड़ी धूप में धान का बिचड़ा बर्बाद हो गया है.

Farmers upset due to lack of rain in Hazaribag
हजारीबाग
author img

By

Published : Jul 15, 2022, 12:56 PM IST

बरकट्ठा,हजारीबागः जिला में मानसून ने किसान को एक बार फिर धोखा दिया है. मानूसन अपने औसतन से भी कम वर्षा हुई है. पिछले 20 दिनों से वर्षा नहीं हुई है. जिससे किसानों के चेहरे पर मायूयी (Farmers upset due to lack of rain) छाई है. बारिश ना होने और कड़ी धूप में धान का बिचड़ा पूरी तरह से जल गया है.


इसे भी पढ़ें- सुखाड़ की दहलीज पर झारखंड, सामान्य से कम बारिश ने बढ़ाई चिंता


जिला के बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना औसतन वर्षा 48 प्रतिशत कम (lack of rain in Hazaribag) हुई है. किसान अपने निर्धारित समय से धान का बिचड़ा खेत में लगाया लेकिन पिछले 20 दिनों से बारिश नहीं हुई है. धूप के कारण बिचड़ा जल गया है. जिससे अब किसान भी मानने लगे है कि समय पर वर्षा नहीं होने से खेती नहीं होगी. अद्रा नक्षत्र में काफी वर्षा होती थी लेकिन इस बार मानसून में वैसी बारिश (low rain in Monsoon) नहीं दिखाई दे रही है. सावन में रोपा रोपना शुरू हो जाता था लेकिन धान का बिचड़ा का दाना खेत में वैसे ही पड़ा है.

देखें पूरी खबर
महंगे दामों पर खरीदा गया बिचड़ाः किसान कैलाश यादव का कहना है कि महंगे दामों पर बिचड़ा खरीद कर लगाया गया. लेकिन मानसून की आस में लेकिन समय पर वर्षा नहीं हुई. इसमें एक किसान को कम से कम 20 हजार रुपये की हानि हुई है. हाइब्रिड बिचड़ा की कीमत 300-350 रुपये किलो खरीदा था लेकिन सब जल गया. वहीं केदारनाथ महतो का कहना है कि हम लोग मानूसन पर ही भरोसा करते खेती करते हैं, पानी हुआ तो खेती होगा नही हुआ तो सब खत्म. सबसे ज्यादा मवेशियों की समस्या हो जाती है. किसानों ने कहा कि सरकार को इस दिशा में कुछ पहल करने की जरूरत है. फिलहाल किसान अभी भी मानसून में अच्छी वर्षा की आस में हैं. अच्छी बारिश हो तो कम से कम जो भी बचा है, वह भी सही से खेती के लायक हो सके.

बरकट्ठा,हजारीबागः जिला में मानसून ने किसान को एक बार फिर धोखा दिया है. मानूसन अपने औसतन से भी कम वर्षा हुई है. पिछले 20 दिनों से वर्षा नहीं हुई है. जिससे किसानों के चेहरे पर मायूयी (Farmers upset due to lack of rain) छाई है. बारिश ना होने और कड़ी धूप में धान का बिचड़ा पूरी तरह से जल गया है.


इसे भी पढ़ें- सुखाड़ की दहलीज पर झारखंड, सामान्य से कम बारिश ने बढ़ाई चिंता


जिला के बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना औसतन वर्षा 48 प्रतिशत कम (lack of rain in Hazaribag) हुई है. किसान अपने निर्धारित समय से धान का बिचड़ा खेत में लगाया लेकिन पिछले 20 दिनों से बारिश नहीं हुई है. धूप के कारण बिचड़ा जल गया है. जिससे अब किसान भी मानने लगे है कि समय पर वर्षा नहीं होने से खेती नहीं होगी. अद्रा नक्षत्र में काफी वर्षा होती थी लेकिन इस बार मानसून में वैसी बारिश (low rain in Monsoon) नहीं दिखाई दे रही है. सावन में रोपा रोपना शुरू हो जाता था लेकिन धान का बिचड़ा का दाना खेत में वैसे ही पड़ा है.

देखें पूरी खबर
महंगे दामों पर खरीदा गया बिचड़ाः किसान कैलाश यादव का कहना है कि महंगे दामों पर बिचड़ा खरीद कर लगाया गया. लेकिन मानसून की आस में लेकिन समय पर वर्षा नहीं हुई. इसमें एक किसान को कम से कम 20 हजार रुपये की हानि हुई है. हाइब्रिड बिचड़ा की कीमत 300-350 रुपये किलो खरीदा था लेकिन सब जल गया. वहीं केदारनाथ महतो का कहना है कि हम लोग मानूसन पर ही भरोसा करते खेती करते हैं, पानी हुआ तो खेती होगा नही हुआ तो सब खत्म. सबसे ज्यादा मवेशियों की समस्या हो जाती है. किसानों ने कहा कि सरकार को इस दिशा में कुछ पहल करने की जरूरत है. फिलहाल किसान अभी भी मानसून में अच्छी वर्षा की आस में हैं. अच्छी बारिश हो तो कम से कम जो भी बचा है, वह भी सही से खेती के लायक हो सके.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.