ETV Bharat / state

हजारीबाग में ऑनलाइन मार्केटिंग के गुर सीख रहे बिहार के किसान, बढ़ेगी आमदनी - हजारीबाग न्यूज

बिहार के किसान ऑनलाइन मार्केटिंग के गुर सीखने हजारीबाग पहुंचे हैं. इन किसानों को हजारीबाग बाजार समिति के सचिव और प्रगतिशील किसान ई-नाम से उत्पाद बेचने और डिजिटल पेमेंट के विधा सीखा रहे हैं.

ENAM in Hazaribag
बिहार के दो सदस्यीय टीम पहुंची हजारीबाग
author img

By

Published : Feb 3, 2022, 1:26 PM IST

Updated : Feb 3, 2022, 2:05 PM IST

हजारीबागः जिला बाजार समिति ई-नाम से जुड़ा है, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है. हजारीबाग के किसान ई-नाम से जुड़कर अपने उत्पाद को ऑनलाइन बेच रहे हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. अब बिहार के किसान ऑनलाइन उत्पाद कैसे बेचें, यह सीखने के लिए बिहार के किसानों की दो सदस्यीय टीम हजारीबाग पहुंची है और हजारीबाग बाजार समिति के सचिव राकेश सिंह और प्रगतिशील किसान से ई-नाम के बारीकियां सीख रहे हैं. बिहार के कृषि विभाग के बवास(बिहार एग्रीकल्चर प्रोड्यूस वेल्यू एडिसन सिस्टम ) के उपनिदेशक सनत कुमार जैपुरियर ने झारखंड मार्केटिंग बोर्ड के एमडी रमेश घोलप को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसके आलोक में दो सदस्यीय टीम ऑनलाइन मार्केटिंग के गुर सीखने पहुंचे हैं.

यह भी पढ़ेंःखेत में उतरा सॉफ्टवेयर इंजीनियरः सीख रहा धान रोपनी, नई तकनीक से किसानों को लाभान्वित करने की मंशा

हजारीबाग बाजार समिति के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि बिहार से दो सदस्यीय टीम आई है, जो बिहार में नए खुलने वाले बाजार समितियों को ई-नाम के जरिए चलाएंगे. इसको लेकर तकनीकी विधा सीखे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में ई-नाम के शुरू हो जाने से झारखंड के किसानों के साथ-साथ बिहार के किसानों को भी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि दोनों राज्य में ऑनलाइन व्यापार को बढ़ावा मिलेगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

हजारीबाग के प्रगतिशील किसान फुलेश्वर महतो ने बताया कि बिहार के किसानों को अपनी फसल बेचने में बहुत डर लगता था. इसकी वजह थी कि ऑनलाइन मार्केटिंग का अनुभव नहीं था. अब ई-नाम के जरिए किसानों को सही जानकारी मिल रही है और पेमेंट भी आसानी से हो जाता है. इससे किसानों को बहुत फायदा होगा. ई-नाम से किसान जुड़कर अपने उत्पाद को आसानी से बेच सकेंगे.

हजारीबागः जिला बाजार समिति ई-नाम से जुड़ा है, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है. हजारीबाग के किसान ई-नाम से जुड़कर अपने उत्पाद को ऑनलाइन बेच रहे हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. अब बिहार के किसान ऑनलाइन उत्पाद कैसे बेचें, यह सीखने के लिए बिहार के किसानों की दो सदस्यीय टीम हजारीबाग पहुंची है और हजारीबाग बाजार समिति के सचिव राकेश सिंह और प्रगतिशील किसान से ई-नाम के बारीकियां सीख रहे हैं. बिहार के कृषि विभाग के बवास(बिहार एग्रीकल्चर प्रोड्यूस वेल्यू एडिसन सिस्टम ) के उपनिदेशक सनत कुमार जैपुरियर ने झारखंड मार्केटिंग बोर्ड के एमडी रमेश घोलप को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसके आलोक में दो सदस्यीय टीम ऑनलाइन मार्केटिंग के गुर सीखने पहुंचे हैं.

यह भी पढ़ेंःखेत में उतरा सॉफ्टवेयर इंजीनियरः सीख रहा धान रोपनी, नई तकनीक से किसानों को लाभान्वित करने की मंशा

हजारीबाग बाजार समिति के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि बिहार से दो सदस्यीय टीम आई है, जो बिहार में नए खुलने वाले बाजार समितियों को ई-नाम के जरिए चलाएंगे. इसको लेकर तकनीकी विधा सीखे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में ई-नाम के शुरू हो जाने से झारखंड के किसानों के साथ-साथ बिहार के किसानों को भी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि दोनों राज्य में ऑनलाइन व्यापार को बढ़ावा मिलेगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

हजारीबाग के प्रगतिशील किसान फुलेश्वर महतो ने बताया कि बिहार के किसानों को अपनी फसल बेचने में बहुत डर लगता था. इसकी वजह थी कि ऑनलाइन मार्केटिंग का अनुभव नहीं था. अब ई-नाम के जरिए किसानों को सही जानकारी मिल रही है और पेमेंट भी आसानी से हो जाता है. इससे किसानों को बहुत फायदा होगा. ई-नाम से किसान जुड़कर अपने उत्पाद को आसानी से बेच सकेंगे.

Last Updated : Feb 3, 2022, 2:05 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.