हजारीबाग: कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण समाज का हर एक तबका परेशान है. ऐसे में प्रशासन, समाजसेवी और कई संगठन के लोग गरीब परिवारों की मदद के लिए उतरे हैं. इन सबसे हटकर हजारीबाग के चरही के ग्रामीण क्षेत्रों में अन्नदाता किसान ही गरीब और लाचार लोगों की मदद के लिए सड़कों पर उतरे हैं.
लाचार महिलाओं की मदद
किसान अगर गरीबों की मदद के लिए सड़कों पर उतरे तो आप क्या कहेंगे. ऐसा ही कुछ नजारा हजारीबाग के चुरचू में देखने को मिला है. जहां महिला किसान गाड़ी में अनाज और खाने के सामान को लेकर गरीब और असहाय लोगों की मदद कर रही है. ये महिलाएं खेती भी कर रही हैं और किसानों को एकजुट करके चुरचू नारी ऊर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के बैनर तले गरीब और लाचार महिलाओं की मदद भी कर रही हैं.
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किसान कर रहे हैं गरीबों की मदद
किसानों का कहना है कि पहले वे बहुत ही गरीब और परेशान थे, लेकिन धीरे-धीरे लोगों ने सूझबूझ के साथ कंपनी बनायी. कंपनी में किसानों को जोड़ा और आज वे उस लायक हुए हैं कि गरीबों की मदद कर रहे हैं. इस कंपनी को बनाने में सिनी टाटा और सपोर्ट जैसी संस्था की मदद मिली है. किसान कहते हैं कि वो दिन में अपने खेतों में काम करते हैं और दोपहर में गरीबों की मदद करते हैं, साथ ही लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक भी करते हैं.
वहीं, लाभूकों का कहना है कि ऐसे समय में इन लोगों के मदद से ही वो अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. किसानों का यह जज्बा काबिले तारीफ है. जरूरत है समाज के हर एक तबका को इन किसानों से सीख लेने की और दूसरों की मदद करने की.