हजारीबाग: हजारीबाग में ऑनलाइन ट्रेडिंग से किसानों को बहुत फायदा मिल रहा है. पहले जहां बिचौलियों का राज था वहीं अब यह तंत्र धीरे-धीरे टूट रहा है और किसानों को उनके उत्पाद की पूरी कीमत मिल रही है. ई-नाम पोर्टल के जरिए किसान अपने उत्पादों को बेच रहे हैं और उनके अकाउंट में सीधे पैसे आ रहे हैं. चुरचू नारी ऊर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी भी खेती के क्षेत्र मे काम कर रही है. यह कंपनी महिलाओं का समूह है जिसमें महिला किसान अपने उत्पाद बेचती है. कंपनी ने 2021-22 वित्तीय वर्ष में अपना टारगेट 4.5 करोड़ रुपए का रखा है. वहीं, बाजार समिति ने इस बार अपना टारगेट 5 करोड़ रुपए का रखा है.
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खेत से ही बिक जाते हैं उत्पाद
किसान कहते हैं कि वे लोग पहले तरबूज समेत अन्य उत्पाद बाजार में बेचते थे. कारोबारी किसानों से उत्पाद खरीदते थे और फिर उसे बेचते थे. ऐसे में किसानों को बहुत कम पैसा मिल पाता था और कई बार पैसा फंस जाता था. लेकिन, इस बार किसान अपना उत्पाद ई-नाम के जरिए बेच रहे हैं. इससे किसानों को बहुत फायदा हुआ. उत्पाद को कहीं ले जाने की जरूरत नहीं. खेत से ही उत्पाद बिक जा रहे हैं. ऑनलाइन बिक्री में उत्पाद का रेट भी अच्छा मिल रहा है. किसानों को उम्मीद है कि इस साल अच्छा कारोबार होगा.
हजारीबाग में 2021-22 के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू हो गई है. हजारीबाग से तरबूज की पहली खेप दूसरे राज्यों में भी भेजी जा रही है. चुरचु नारी ऊर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी में लगी महिलाएं ऑनलाइन तरबूज बेच रही हैं. हजारीबाग के सदर प्रखंड के चंदवार में तरबूज की बड़े पैमाने पर खेती की जा रही है. कंपनी के कर्मचारी बताते हैं कि उन लोगों ने ई-नाम से कंपनी को जोड़ा है. किसान अपना उत्पाद ऑनलाइन बेच रहे हैं. इससे बिचौलिए भी दूर हैं और किसानों को सीधे पैसे मिल रहे हैं. कंपनी के सदस्य भी काफी खुश हैं.
अच्छे बाजार से ही दोगुनी होगी किसानों की आय
हजारीबाग बाजार समिति पिछले वित्तीय वर्ष में पूरे देश भर में डिजिटल पेमेंट के मामले में आठवें नंबर पर था और झारखंड में पहले स्थान पर था. 2020- 21 के वित्तीय वर्ष में 3.03 करोड़ रुपए का डिजिटल पेमेंट किया गया था. इस बार का टारगेट 5 करोड़ का है. हजारीबाग बाजार समिति के सचिव राकेश कुमार बताते हैं कि इसमें किसानों का बहुत सहयोग है. इसी वजह से वे लोग आगे बढ़ रहे हैं. राकेश का कहना है कि जो टारगेट इस बार तैयार किया है उससे अधिक किसानों को ऑनलाइन पेमेंट होने की उम्मीद है. इससे किसानों को पूरा लाभ मिलेगा. किसान की आय दोगुनी तभी होगी जब उन्हें अच्छा बाजार मिल पाएगा. ऐसे में एफपीओ और बाजार समिति का महत्वपूर्ण योगदान है. जरूरत है दूसरे किसानों को भी एफपीओ और बाजार समिति से संपर्क स्थापित करने की.