ETV Bharat / state

हजारीबागः बंद खदान के तालाब में डूबने से दिव्यांग की मौत, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल - झारखंड समाचार

हजारीबाग में बंद खदान के तालाब में डूबने से एक दिव्यांग की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वह एक दिन से लापता था, फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.

तालाब की तस्वीर
author img

By

Published : Jun 23, 2019, 4:51 PM IST

हजारीबाग: जिले के दारू थाना अंतर्गत एक युवक की तालाब में डूबने से मौत हो गई. युवक का नाम राजाराम बताया जा रहा है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि देर शाम वह घर से निकला लेकिन वापस नहीं लौटा. इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई और घर के लोग तलाश में निकल गए. रात तक किसी को कुछ पता नहीं चला, सुबह उसका शव तालाब से बरामद हुआ.

घटना की जानकारी देते पुलिस अधिकारी

2008 में उत्खनन के लिए लीज पर सरकार द्वारा एक कंपनी को पत्थर काटने का काम दिया गया था. इसके बाद उत्खनन कार्य कुछ दिनों के बाद बंद हो गया. जहां उत्खनन हो रहा था वहां तालाब बन गया और स्थानीय लोग उसे कपड़े धोने और नहाने के लिए उपयोग करते थे. उसी तालाब में डूबने से युवक की मौत हुई है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में विस्तार में जुटी LJP, 12 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी पार्टी

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. युवक के बारे में बताया जाता है कि वह दिव्यांग था. न ही वह बोल पाता था और न ही वह सुन सकता था और उसे तैरना भी नहीं आता था. परिजनों का मानना है कि दुर्घटनावश उसकी मौत हो गई है. जिस कारण किसी भी तरह का मामला थाने में दर्ज नहीं कराया गया.

हजारीबाग: जिले के दारू थाना अंतर्गत एक युवक की तालाब में डूबने से मौत हो गई. युवक का नाम राजाराम बताया जा रहा है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि देर शाम वह घर से निकला लेकिन वापस नहीं लौटा. इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई और घर के लोग तलाश में निकल गए. रात तक किसी को कुछ पता नहीं चला, सुबह उसका शव तालाब से बरामद हुआ.

घटना की जानकारी देते पुलिस अधिकारी

2008 में उत्खनन के लिए लीज पर सरकार द्वारा एक कंपनी को पत्थर काटने का काम दिया गया था. इसके बाद उत्खनन कार्य कुछ दिनों के बाद बंद हो गया. जहां उत्खनन हो रहा था वहां तालाब बन गया और स्थानीय लोग उसे कपड़े धोने और नहाने के लिए उपयोग करते थे. उसी तालाब में डूबने से युवक की मौत हुई है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में विस्तार में जुटी LJP, 12 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी पार्टी

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. युवक के बारे में बताया जाता है कि वह दिव्यांग था. न ही वह बोल पाता था और न ही वह सुन सकता था और उसे तैरना भी नहीं आता था. परिजनों का मानना है कि दुर्घटनावश उसकी मौत हो गई है. जिस कारण किसी भी तरह का मामला थाने में दर्ज नहीं कराया गया.

Intro:हजारीबाग के दारू थाना अंतर्गत एक युवक की तालाब में डूबने से मौत हो गई। युवक का नाम राजाराम बताया जा रहा है। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि देर शाम घर से निकला और वापस नहीं लौटा। इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई और घर के लोग जिसकी तलाश में निकल गए। लेकिन रात तक किसी को पता नहीं चला। सुबह उसका शव तालाब से बरामद हुआ है।

Body:मुख्य बात यह है कि 2008 में उत्खनन के लिए लीज पर सरकार द्वारा एक कंपनी को पत्थर काटने का काम दिया गया था। इसके बाद उत्खनन कार्य कुछ दिनों के बाद बंद हो गया। जहां उत्खनन हो रहा था वहां तालाब बन गया और स्थानीय लोग उसे कपड़े धोने और नहाने के लिए उपयोग करते थे। उसी उत्खनन किए हुए जगह से जो कि बाद में तालाब का रूप ले लिया उसमें डूबने से युवक की मौत हुई है ।मौत के बाद पूरे क्षेत्र में मातम सा माहौल है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शव जप्त कर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल भेज दिया है। युवक के बारे में बताया जाता है कि वह दिव्यांग था। ना ही वह बोल पाता था और ना ही वह सुन सकता था और उसे तैरना भी नहीं आता था। परिजनों का मानना है कि दुर्घटना वश उसकी मौत हो गई है। इस कारण किसी भी तरह का मामला थाने में दर्ज नहीं कराया गया।

Byte.... पुलिस अधिकारी दारू थाना हजारीबाग
Conclusion:भले ही परिजन इसे दुर्घटना मान रहे हैं। लेकिन घटना लापरवाही का है। खनन से बने तालाब को बंद करा दिया जाता तो ऐसी घटना नहीं कटती। जरूरत है ऐसी घटना से सीख लेने की ताकि क्षेत्र में वैसे तलाब जो खनन के कारण बने हैं उसे बंद करा दिया जाए।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.