हजारीबाग: कोरोना वायरस महामारी की वजह से भारत समेत लगभग पूरी दुनिया एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है. जिसके लिए स्वास्थ्य कर्मी 24 घंटे सेवा दे रहे हैं. इसको मद्देनजर रखते हुए हजारीबाग जिला प्रशासन ने उन स्वास्थ्य कर्मियों को जो कोविड-19 की रोकथाम के लिए अपनी सेवा दे रहे हैं उनके परिवार वालों के लिए अनोखी पहल की है.
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क्या है पहल
कोविड-19 के रोकथाम के अभियान से जुड़े प्रतिनियुक्त चिकित्सा कर्मियों की सेवा अवधि में उनके बच्चों की देखभाल के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज परिसर में समाज कल्याण विभाग द्वारा शिशु पालना गृह का संचालन किया जा रहा है. इसमें उचित देखभाल और आवश्यक चीजों की देखरेख के लिए महिला कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है.
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र जिले के सभी चिकित्सा विभाग से जुड़े कर्मियों की व्यस्तता बढ़ गई है. इस कारण ऐसे कर्मी जो अपनी सेवाएं अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों में दे रहे हैं, उनके बच्चों की देखभाल में आ रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने यह पहल की है.
![स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जिला प्रशासन ने की अनोखा पहल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-haz-01-kids-pkg-7204102_16042020151038_1604f_1587030038_1004.jpg)
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क्या है जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कहना
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा ने बताया की शिशु पालना गृह में बच्चों की सेहत से जुड़ी सभी आवश्यक खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दलिया आदि की व्यवस्था की गई है. साथ ही बच्चों के लिए कोविड-19 के मापदंडों के अनुरूप सैनेटाइजर, प्रतिनियुक्त कर्मियों के लिए मास्क, हैंड वॉश, ग्लब्स, दवाइयां और हाइजीन का पूर्ण ख्याल रखा जाएगा. यह सेवा विशेषकर उन महिलाओं के लिए है, जो कोविड-19 के लिए अपनी जिम्मेवारी स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े संस्थानों में दे रही हैं.
स्वास्थ्य कर्मियों के मनोबल को ऊंचा करेगा यह प्रयास
इस प्रयास से मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसके सिंह भी काफी खुश नजर आए. उनका कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा जो पहल की गयी है, यह स्वास्थ्य कर्मियों के मनोबल को ऊंचा करेगा और स्वास्थ्य कर्मी भी अपने बच्चे के प्रति निश्चिंत ही रहेंगे. ऐसे में हम लोगों को बेहतर परिणाम भी मिलेगा.