हजारीबाग: जिला प्रशासन कोरोना वायरस को लेकर मुस्तैद है. हर एक बाहर से आने वाले लोगों की स्कैनिंग की जा रही है. साथ ही साथ यह भी जानकारी ली जा रही है कि कोई व्यक्ति चुपचाप अपने घर में तो बाहर से आकर नहीं रह रहा है. ऐसे में कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने आकर कोरोना को लेकर जांच कराई है.
हजारीबाग में आज तक कुल 11786 लोगों की स्कैनिंग कराई गई है, जिसमें 6498 लोगों को होम कोरन्टाइम किया गया है. वहीं, 6 संदिग्ध मरीजों को रिम्स रेफर किया गया है. अगर हजारीबाग की बात की जाए तो 63 मेडिकल कॉलेज कोरोनटाइन सेंटर में रखे गए हैं. पूरे हजारीबाग की बात की जाए तो 180 ऐसे संदिग्ध हैं, जिन्हें कोरोनटाइन सेंटर में रखा गया है.
बरही. 4
बड़कागांव. 7
चौपारण. 4
चूरचू 2
बरकट्ठा 13
इचाक. 1
कटकमसांडी. 6
केरेडारी. 9
बिष्णुगढ़ 31
सदर 40
हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने जानकारी दी है कि हम लोगों ने पूरे जिले में पूरी व्यवस्था की है. आपातकाल से लड़ने की भी व्यवस्था की जा रही है, लेकिन यह हजारीबाग समेत पूरे झारखंड के लिए बहुत ही खुशी की बात है कि एक भी संदिग्ध पॉजिटिव नहीं पाया गया है. जिन्हें भी कोरोनटाइन सेंटर में रखा गया है उन पर पैनी नजर है. समय अनुसार उनका टेस्ट भी किया जा रहा है और रिपोर्ट कार्यालय मंगाई जा रही है.
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हजारीबाग में सबसे बड़ी समस्या पलायन की रही है. जहां गरीब तबके के लोग दूसरे राज्य में जाकर काम करते हैं. ऐसे में जब पूरे देशभर में लॉकडाउन की स्थिति है तो किसी न किसी साधन से बाहर में फंसे लोग अपने गांव घर पहुंच रहे हैं. सभी लोगों की स्कैनिंग करना हमारी जिम्मेदारी है. जरूरत है समाज के हर एक तबके को जागरूक होने की. जो भी व्यक्ति यहां पहुंच रहे हैं उनका समुचित जांच कराने का तभी हमारा हजारीबाग स्वस्थ और स्वच्छ रहेगा.