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कोरोना वायरसः हजारीबाग के दो अस्पताल में भी होगा उपचार, सभी सुविधाएं मुहैया कराई गईं - corona effect

झारखंड में कोरोना कहर को लेकर न केवल सरकारी अस्पताल बल्कि निजी अस्पताल भी कार्य कर रहे हैं. इस सामूहिक जनप्रयास से कोरोना पर जल्द लगाम लगने की संभावना है. हजारीबाग में निजी अस्पताल आगे आए हैं.

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Published : Apr 3, 2020, 4:36 PM IST

Updated : Apr 3, 2020, 4:54 PM IST

हजारीबागः झारखंड में कोरोना के खिलाफ युद्धस्तर पर प्रयास जारी है. हर जिले में प्रशासन सतर्क है. राज्य में 2 मामले आने के बाद सरकार सतर्क है. जिले से एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जिला प्रशासन एक्टिव हो गया है, तो दूसरी ओर निजी अस्पताल की भी तैयारी जोर शोर से चल रही है.

हजारीबाग के दो निजी अस्पताल में भी होगा उपचार

हजारीबाग के 2 अस्पताल सहित झारखंड के 17 अस्पतालों को कोरोना अस्पताल के रूप में इलाज की अनुमति प्रदान की गई है. हजारीबाग के आरोग्य हॉस्पिटल तथा हजारीबाग मेडिकल कॉलेज को मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित किया गया है.

ऐसे में आरोग्य अस्पताल में 25 आईसीयू बेड तथा 35 नॉन आईसीयू बेड और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के 5 आईसीयू बेड 26 नॉन आईसीयू बेड का उपयोग कोरोना वायरस इलाज के लिए उपयोग किया जाएगा. हजारीबाग में पॉजिटिव कोरोना मरीज के आ जाने के बाद जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी होने का दावा किया है. इस बाबत हजारीबाग के 2 अस्पताल को कोरोना अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है.

इस बाबत जिला प्रशासन ने दावा किया है कि सारी सुविधा पास उपलब्ध है. इस बाबत हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल और आरोग्य अस्पताल को तैयार किया गया है. भविष्य में हमारे पास 12 वेंटिलेशन मशीन आ जाएंगी, जिसमें 8 एनटीपीसी और चार डीएमएफटी फंड से ली जा रही हैं. आरोग्य अस्पताल के पास तीन वेंटिलेशन है. ऐसे में आने वाले कुछ दिनों में 15 वेंटिलेशन जिला में होगा.

हजारीबाग आरोग्य अस्पताल को 72 घंटों में तैयार किया गया है, जो 25 आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं वह पूर्ण रूप से कोरलाइन करने के लिए सक्षम बताए जा रहे हैं. अस्पताल के चिकित्सक प्रमुख का कहना है कि हम लोग के पास पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर है और सभी बेड में मॉनिटर लगाया गया है अगर मरीज आते हैं तो हम उन पर पूरी तरह से नजर रख सकेंगे.

यह भी पढ़ेंः हजारीबाग में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद हड़कंप, पूरे गांव को किया गया सील

इस बाबत एमरजेंसी मेडिसिन भी इंतजाम किया गया है. इसे बनाने के लिए लाखों रुपया खर्च किया गया. आरोग्य अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हम लोगों ने इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर जिला प्रशासन को हैंडओवर कर दिया है अब जिला प्रशासन इसे अपने तरीके से चलाएगा.

कहा जाए तो तैयारी अस्पतालों ने पूरी कर ली है लेकिन सभी डॉक्टर भी यही दुआ कर रहे हैं कि यह नौबत ना आए कि हम लोगों को पॉजिटिव केस का इलाज करना पड़े. ऐसे में डॉक्टरों का भी कहना है कि लोग घर में ही रहें और लॉकडाउन के नियम का पालन करें.

हजारीबागः झारखंड में कोरोना के खिलाफ युद्धस्तर पर प्रयास जारी है. हर जिले में प्रशासन सतर्क है. राज्य में 2 मामले आने के बाद सरकार सतर्क है. जिले से एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जिला प्रशासन एक्टिव हो गया है, तो दूसरी ओर निजी अस्पताल की भी तैयारी जोर शोर से चल रही है.

हजारीबाग के दो निजी अस्पताल में भी होगा उपचार

हजारीबाग के 2 अस्पताल सहित झारखंड के 17 अस्पतालों को कोरोना अस्पताल के रूप में इलाज की अनुमति प्रदान की गई है. हजारीबाग के आरोग्य हॉस्पिटल तथा हजारीबाग मेडिकल कॉलेज को मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित किया गया है.

ऐसे में आरोग्य अस्पताल में 25 आईसीयू बेड तथा 35 नॉन आईसीयू बेड और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के 5 आईसीयू बेड 26 नॉन आईसीयू बेड का उपयोग कोरोना वायरस इलाज के लिए उपयोग किया जाएगा. हजारीबाग में पॉजिटिव कोरोना मरीज के आ जाने के बाद जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी होने का दावा किया है. इस बाबत हजारीबाग के 2 अस्पताल को कोरोना अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है.

इस बाबत जिला प्रशासन ने दावा किया है कि सारी सुविधा पास उपलब्ध है. इस बाबत हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल और आरोग्य अस्पताल को तैयार किया गया है. भविष्य में हमारे पास 12 वेंटिलेशन मशीन आ जाएंगी, जिसमें 8 एनटीपीसी और चार डीएमएफटी फंड से ली जा रही हैं. आरोग्य अस्पताल के पास तीन वेंटिलेशन है. ऐसे में आने वाले कुछ दिनों में 15 वेंटिलेशन जिला में होगा.

हजारीबाग आरोग्य अस्पताल को 72 घंटों में तैयार किया गया है, जो 25 आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं वह पूर्ण रूप से कोरलाइन करने के लिए सक्षम बताए जा रहे हैं. अस्पताल के चिकित्सक प्रमुख का कहना है कि हम लोग के पास पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर है और सभी बेड में मॉनिटर लगाया गया है अगर मरीज आते हैं तो हम उन पर पूरी तरह से नजर रख सकेंगे.

यह भी पढ़ेंः हजारीबाग में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद हड़कंप, पूरे गांव को किया गया सील

इस बाबत एमरजेंसी मेडिसिन भी इंतजाम किया गया है. इसे बनाने के लिए लाखों रुपया खर्च किया गया. आरोग्य अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हम लोगों ने इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर जिला प्रशासन को हैंडओवर कर दिया है अब जिला प्रशासन इसे अपने तरीके से चलाएगा.

कहा जाए तो तैयारी अस्पतालों ने पूरी कर ली है लेकिन सभी डॉक्टर भी यही दुआ कर रहे हैं कि यह नौबत ना आए कि हम लोगों को पॉजिटिव केस का इलाज करना पड़े. ऐसे में डॉक्टरों का भी कहना है कि लोग घर में ही रहें और लॉकडाउन के नियम का पालन करें.

Last Updated : Apr 3, 2020, 4:54 PM IST
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