रांची: हजारीबाग में एक ही परिवार के छह सदस्यों की हुई संदिग्ध मौत मामले की जांच अब सीआईडी करेगी. मामले को सीआईडी ने टेकओवर कर लिया है. विधायक सरयू राय ने डीजीपी से सीआईडी जांच की मांग की थी.
15 जुलाई 2018 को मिले थे 6 शव
15 जुलाई 2018 को हजारीबाग के माहेश्वरी परिवार के छह सदस्यों का शव एक ही फ्लैट में मिला था. हजारीबाग पुलिस हत्या और खुदकुशी के पहलुओं पर जांच कर रही थी. कुछ दिन पूर्व विधायक सरयू राय ने इस सनसनीखेज वारदात की जांच सीआईडी से कराने की मांग डीजीपी एमवी राव से की थी. पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद सीआईडी ने केस को टेकओवर कर लिया है. मामले की जांच के लिए सीआईडी के डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई है.
क्या है मामला
हजारीबाग के व्यवसायी माहेश्वरी परिवार के छह सदस्यों का शव खंजाची तालाब स्थित अपार्टमेंट के एक कमरे से पुलिस ने बरामद किया था. एक ही दिन नरेश माहेश्वरी, उनके दो बच्चे, बुजुर्ग माता- पिता और पत्नी का शव बरामद किया गया था. बताया गया था कि परिवार पर 50 लाख का कर्ज था. पुलिस ने मौके से दो सुसाइड नोट भी बरामद किए थे. शुरुआती जांच में हजारीबाग पुलिस ने आशंका जाहिर की थी कि दस वर्षीय अमन और सात वर्षीय परी की हत्या करने के बाद परिवार के बाकी सदस्यों ने खुदकुशी कर ली थी.
अब तक नतीजे पर नहीं पहुंची थी पुलिस
मामले की जांच के दौरान संदेह के कई बिंदू उभर कर सामने आए थे. जांच के दौरान हजारीबाग के एक स्थानीय नेता की भूमिका उभर कर आयी थी. स्थानीय नेता ने माहेश्वरी परिवार की जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी ली थी. वहीं नरेश माहेश्वरी का शव अपार्टमेंट के बाहर पार्किंग एरिया में मिला था. जांच के दौरान हजारीबाग पुलिस अब तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पायी थी.