हजारीबाग: विद्युत कर्मचारी अभियंता समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने बैठक कर स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें अब ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा की भी जरूरत है. साथ ही साथ पांच सूत्री मांग पदाधिकारियों को सौंपा गया है.
इसे भी पढ़ें- जूनियर इंजीनियर को ग्रामीणों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, बिजली बिल वसूलने पहुंचा था गांव
क्या है पूरा मामला
हजारीबाग में शनिवार को विद्युत विभाग के कनीय अभियंता अमित कुमार को इचाक थाना अंतर्गत भरजो में स्थानीय लोगों की ओर से मारपीट करने का मामला सामने आया. इस मामले को लेकर अब तक पुलिस ने 10 में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकी दो की तलाश की जा रही है. इसी बीच रांची से आए विद्युत कर्मचारी अभियंता समन्वय समिति ने संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और 5 सूत्री मांग पत्र सौंपा. इसमें कनीय विद्युत अभियंता से लेकर विद्युत कार्यपालक अभियंता, सभी पदाधिकारी को मजिस्ट्रेट की ओर से सुरक्षा बल की मांग की गई है.
क्या है मांगें?
- बिहार और उत्तर प्रदेश के तर्ज पर बिजली थाना का गठन करना
- बिजली चोरी होने के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट से मामला निष्पादन करना
- क्षेत्रीय बोर्ड में एंटी पावर थेफ्ट बनाया गया है, उसे सक्रिय करना
- बिहार के तर्ज पर हर अवर प्रमंडल स्तर पर राजस्व संग्रह के लिए अलग से पदाधिकारी नियुक्त करने की मांग
मांगे पूरी नहीं होने पर बनेगी रणनीति
संघ ने स्पष्ट किया है कि 27 जुलाई तक अगर अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी तो रांची में 27 जुलाई को उच्च स्तरीय बैठक कर आगे का रणनीति बनेगी, इसमें 15 संगठन हिस्सा लेंगे. संघ का यह भी कहना है कि अब आने वाले समय में जब भी इस तरह का ऑपरेशन चलाया जाए, तो सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए जाएं.
इलाज के लिए रेफर अमित कुमार
इस मारपीट की घटना में कनीय अभियंता अमित कुमार बेहद ही गंभीर स्थिति में है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया है. वहीं अन्य दो अधिनस्थ कर्मी शंकर प्रजापति और प्रकाश कुमार को भी निजी अस्पताल इलाज के लिए रेफर किया गया है. पूरे घटनाक्रम में नारायण विश्वकर्मा और अन्य 9 लोग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें अभी-भी दो आरोपी फरार हैं.