हजारीबागः सीमा सुरक्षा बल के जवान एक तरफ दिन-रात सीमा की सुरक्षा में लगे हुए हैं तो दूसरी ओर उनकी पत्नी हजारीबाग में सामाजिक दायित्व पूरा करने में जुटी हैं. हजारीबाग में कोविड महामारी की चुनौतियों के मद्देनजर बॉवा (बीएसएफ वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन) की पहल पर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों के परिजनों एवं लाचार लोगों को भोजन कराने में जुटा है. यहां पर बॉवा की ओर से एक माह से भोजन कराया जा रहा है. सोमवार को इसी क्रम में पदाधिकारियों की पत्नियों ने इसे गति दे दिया है.
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में लाचारों की भूख मिटाने में जुटा बॉवा ये भी पढ़ें-खतरे में हजारों वर्ष पुराना मेगालिथ का अस्तित्व, हो रही अनदेखीबीएसएफ वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन अर्थात बॉवा की पहल पर पिछले 1 माह से हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन भोजन मुहैया कराया जा रहा है. इसी क्रम में सोमवार को बॉवा की अध्यक्ष डॉ. प्रेमा गांधी समेत अन्य सदस्यों ने इस अभियान को और भी गति देने का कार्य किया. खाना खिलाने के बाद बॉवा सदस्यों ने कहा कि हमें ऐसे काम से खुशी मिलती है.
रोजाना 300 जरूरतमंदों को भोजनपिछले एक माह से प्रतिदिन 300 जरूरतमंदों को स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन बीएसएफ की ओर से मरीजों-तीमारदारों को बांटा जा रहा है. यहां भोजन पाने वाले लाभुकों का कहना है कि वर्तमान समय में 2:00 बजे तक सारे होटल और दुकान बंद हो जाते हैं. दिन में भी बहुत कम दुकान खुलती हैं. इस बीच हमें यहां स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन मिल रहा है. समय पर प्रत्येक दिन बीएसएफ के जवान पहुंचते हैं और हमें बहुत ही सम्मान के साथ खाना खिलाते है. ऐसे में हम इन्हें सलाम करते हैं. हजारीबाग मेरू स्थित बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर के जवान और उनकी पत्नी जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं.