हजारीबाग: पूरे देश में मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा दिवस मनाया गया. इस दौरान स्वामी विवेकानंद की ओर से किए गए कार्यों के बारे में लोगों को जानकारी दी गई. हजारीबाग में भी युवा दिवस को धूमधाम के साथ मनाया तो गया, लेकिन इस दौरान कोविड-19 के नियमों का ध्यान नहीं रखा गया.
स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डाला गया
भारतीय जनता पार्टी की ओर से मंगलवार को पूरे देश में स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई. इस दौरान उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि उनके आदर्श आज के समय में चरितार्थ हैं. हजारीबाग के अटल भवन में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, लेकिन इस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को ध्यान में नहीं रखा गया. एक हॉल में ही कार्यकर्ता डटे रहे. आलम यह रहा कि पार्टी के आला अधिकारी भी मंच पर बैठे रहे, लेकिन किसी के पास मास्क तक नहीं था. ऐसे में जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से लगातार अपील कर रहे हैं कि मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें. ऐसे में उनके कार्यकर्ता ही जब नियम का पालन नहीं करेंगे तो आम जनता का क्या होगा.
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सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन
हजारीबाग के उप महापौर और पूर्व जिला अध्यक्ष भी इस कार्यक्रम में बतौर अतिथि उपस्थित रहे. उन्होंने कहा कि आज के समय में स्वामी विवेकानंद के सिद्धांत चरितार्थ है. हम सभी को उनके मार्ग पर चलने की जरूरत है, लेकिन जब ईटीवी भारत की टीम ने उनसे पूछा कि इतने बड़े कार्यक्रम में एक भी कार्यकर्ता ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और ना ही मास्क का उपयोग कर रहे हैं तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. सिर्फ इतना कहा कि मास्क जरुरी है.