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भारतीय मजदूर संघ ने अपनी मांग को लेकर दिया धरना, प्रधानमंत्री को भेजा मांग पत्र

भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग कमेटी ने शुक्रवार को अपने 17 सूत्री मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया. धरने के माध्यम से उन्होंने हजारीबाग उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मांग पत्र भेजा है.

Bharatiya Mazdoor Sangh picket in Hazaribagh over its demand
भारतीय मजदूर संघ का धरना
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Published : Jan 3, 2020, 6:59 PM IST

हजारीबाग: भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग कमेटी ने एक दिवसीय धरना देकर अपना 17 सूत्री मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है. साथ ही साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले कार्यकाल में भारतीय मजदूर संघ के साथ संवाद के माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं का समाधान हुआ है, उस ऐतिहासिक फैसले का भी प्रशंसा किया है.

देखें पूरी खबर

उन्होंने प्रशंसा में कहा है कि मोदी सरकार ने बोनस का भुगतान, मातृत्व लाभ, कृषि एवं निर्माण क्षेत्र में न्यूनतम आय बढ़ाना, 45 दिनों के अंदर ट्रेड यूनियन का पंजीकरण महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन भारतीय मजदूर संघ सरकार से मांग कर रही है कि समान काम का समान वेतन दिया जाए.

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विदेशी निवेश पर रोक लगाए सरकार

साथ ही ठेका प्रथा और निश्चित अवधि रोजगार को समाप्त किया जाए. सभी अस्थाई कर्मियों जैसे ठेका मजदूर, कैजुअल वर्कर, दैनिक वेतन भोगी, कामगार आउटसोर्स वर्कर आदि को स्थाई किया जाए. वहीं, विदेश निवेश पर रोक लगाई जाए.

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न्यूनतम पेंशन 5000 सुनिश्चित किया जाए

उन्होंने सरकार से मांग की है कि न्यूनतम पेंशन 5000 सुनिश्चित किया जाए. महंगाई पर लगाया जाए भारतीय मजदूर संघ ने बेरोजगारी जैसी समस्या पर भी चिंता जताई है. उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होगी तो वह चरणबद्ध आंदोलन भी भविष्य में करेंगे. हालांकि भारतीय मजदूर संघ की मांग पर केंद्र सरकार क्या कदम उठाती है यह तो देखने वाली बात होगी लेकिन पिछले कई दिनों से निजीकरण का विरोध कई संगठन कर रहे हैं.

हजारीबाग: भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग कमेटी ने एक दिवसीय धरना देकर अपना 17 सूत्री मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है. साथ ही साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले कार्यकाल में भारतीय मजदूर संघ के साथ संवाद के माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं का समाधान हुआ है, उस ऐतिहासिक फैसले का भी प्रशंसा किया है.

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उन्होंने प्रशंसा में कहा है कि मोदी सरकार ने बोनस का भुगतान, मातृत्व लाभ, कृषि एवं निर्माण क्षेत्र में न्यूनतम आय बढ़ाना, 45 दिनों के अंदर ट्रेड यूनियन का पंजीकरण महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन भारतीय मजदूर संघ सरकार से मांग कर रही है कि समान काम का समान वेतन दिया जाए.

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विदेशी निवेश पर रोक लगाए सरकार

साथ ही ठेका प्रथा और निश्चित अवधि रोजगार को समाप्त किया जाए. सभी अस्थाई कर्मियों जैसे ठेका मजदूर, कैजुअल वर्कर, दैनिक वेतन भोगी, कामगार आउटसोर्स वर्कर आदि को स्थाई किया जाए. वहीं, विदेश निवेश पर रोक लगाई जाए.

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न्यूनतम पेंशन 5000 सुनिश्चित किया जाए

उन्होंने सरकार से मांग की है कि न्यूनतम पेंशन 5000 सुनिश्चित किया जाए. महंगाई पर लगाया जाए भारतीय मजदूर संघ ने बेरोजगारी जैसी समस्या पर भी चिंता जताई है. उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होगी तो वह चरणबद्ध आंदोलन भी भविष्य में करेंगे. हालांकि भारतीय मजदूर संघ की मांग पर केंद्र सरकार क्या कदम उठाती है यह तो देखने वाली बात होगी लेकिन पिछले कई दिनों से निजीकरण का विरोध कई संगठन कर रहे हैं.

Intro:भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग कमेटी ने आज अपने 17 सूत्री मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। धरने के माध्यम से उन्होंने हजारीबाग उपायुक्त के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हजारीबाग से मांग पत्र भेजा है।


Body:भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग कमेटी ने एक दिवसीय धरना देकर अपना 17 सूत्री मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है ।साथ ही साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले कार्यकाल में भारतीय मजदूर संघ के साथ संवाद के माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं का समाधान हुआ है उस ऐतिहासिक फैसले का भी प्रशंसा किया है। उन्होंने प्रशंसा में कहां है कि मोदी सरकार के द्वारा बोनस का भुगतान ,मातृत्व लाभ ,कृषि एवं निर्माण क्षेत्र में न्यूनतम आय बढ़ाना ,45 दिनों के अंदर ट्रेड यूनियन का पंजीकरण महत्वपूर्ण कदम है।

लेकिन भारतीय मजदूर संघ सरकार से मांग कर रही है कि समान काम का समान वेतन दिया जाए ।साथी साथ ठेका प्रथा तथा निश्चित अवधि रोजगार को समाप्त किया जाए। सभी अस्थाई कर्मियों जैसे ठेका मजदूर ,कैजुअल वर्कर, दैनिक वेतन भोगी, कामगार आउटसोर्स वर्कर आदि को स्थाई किया जाए। वहीं विदेश निवेश पर रोक लगाई जाए। उन्होंने सरकार से मांग किया है कि न्यूनतम पेंशन 5000 सुनिश्चित किया जाए। महंगाई पर लगाया जाए भारतीय मजदूर संघ ने बेरोजगारी जैसी समस्या पर भी चिंता जताई है। उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होगी तो वह चरणबद्ध आंदोलन भी भविष्य में करेंगे।

byte.... शंकर सिंह ,जिला मंत्री ,भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग


Conclusion:भारतीय मजदूर संघ की मांग पर केंद्र सरकार क्या कदम उठाती है यह तो देखने वाली बात होगी लेकिन पिछले कई दिनों से निजीकरण का विरोध कई संगठन कर रहे हैं।
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